भोपाल
नाबालिगों से शराब बनवाने के मामले में शराब कंपनी सोम डिस्टलरी पर मोहन सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। बता दें कि पंजाब केसरी ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद रायसेन में शराब कंपनी में छापेमारी के दौरान 59 बच्चे शराब बनाते मिले थे। सीएम डॉक्टर मोहन यादव की नाराजगी के बाद जिला आबकारी अधिकारी, तीन आबकारी SI, एक श्रम निरीक्षक नप चुके हैं। यह कार्रवाई अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक है। शराब बनाने वाली कंपनी सोम डिस्टलरी का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।
हाल ही में सोम डिस्टलरीज की शराब फैक्ट्री में छापा मारने वाले राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने पंजाब केसरी से बात करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। प्रियंक कानूनगो ने बताया कि जब टीम ने सोम फैक्ट्री पर छापा मारा उस वक्त फैक्ट्री में मौजूद जिला आबकारी अधिकारी कन्हैया लाल अतुलकर खुद शराब के नशे में चूर थे और लगातार बाल संरक्षण आयोग की टीम को ही धमकाने का प्रयास कर रहे थे।
कानूनगों ने बताया कि बाल आयोग के छापे में जब नाबालिगों को शराब फैक्ट्री में काम करते हुए पकड़ा गया उसके बावजूद जिला आबकारी अधिकारी ने कलेक्टर को जो पत्र लिखकर जानकारी दी उसमें साफ तौर पर सभी आरोप को झुठलाते हुए जिला आबकारी अधिकारी ने बताया की जो बच्चे पकड़े गए वह अपने माता-पिता के लिए खाना लेकर फैक्टरी पहुंचे थे।