इंदौर
इंदौर एयरपोर्ट जल्द ही देश के उन चुनिंदा एयरपोर्ट में शामिल होगा, जहां पर चेहरा दिखाकर यात्रियों को एयरपोर्ट पर प्रवेश मिल सकेगा। प्रवेश के दौरान किसी तरह के कागज दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। डीजीयात्रा के उपकरण लगाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसी माह ट्रायल भी शुरू हो जाएंगे। इसके बाद जुलाई से यह सुविधा यात्रियों को मिल सकेगी।
अब लाइन में खड़े होकर दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं
इंदौर के देवी अहिल्याबाई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों को अब लाइन में खड़े होकर दस्तावेज दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। डीजीयात्रा के माध्यम से अब यात्री अपना चेहरा स्कैन कर सीधे टर्मिनल में प्रवेश पा सकेंगे। एप पर यात्रियों का चेहरा स्कैन होते ही उनकी जानकारी वेरिफाय हो जाएगी और बोर्डिंग पास मिल जाएगा।
मशीनें लगाने का काम लगभग पूरा
एयरपोर्ट पर इसकी मशीनें लगाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। सामान्य प्रवेश द्वार और डीजीयात्रा का प्रवेश द्वार अलग-अलग रहेगा। डीजीयात्रा वाले गेट पर चेहरा स्कैन करने के बाद सीधे अंदर प्रवेश मिल जाएगा। अभी देश के मुंबई, दिल्ली, वाराणसी सहित चुनिंदा एयरपोर्ट पर ही यह सुविधा उपलब्ध है।
तीन स्थानों पर लगाईं मशीनें
इंदौर एयरपोर्ट पर तीन स्थानों पर स्कैनर मशीनें लगाई गई हैं। यह मशीनें प्रवेश द्वार, सिक्योरिटी चेकिंग और बोर्डिंग एरिया पर हैं। सभी के संचालन के लिए कर्मचारियों को भी नियुक्त किया जा रहा है। इसके बाद यात्री चेहरा दिखाकर प्रवेश कर सकेंगे। आधार और अन्य दस्तावेज दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे यात्री पेपरलेस यात्रा कर सकेंगे और कागज की जांच में लगने वाला अतिरिक्त समय भी बचेगा।
मोबाइल में एप डाउनलोड करना होगा
डीजीयात्रा की सुविधा का फायदा लेने के लिए यात्रियों को अपने मोबाइल में डीजीयात्रा एप डाउनलोड करना होगा। एप डाउनलोड कर अपना आधार कार्ड, ड्राइविंग लायसेंस और पासपोर्ट, स्कूल सर्टिफिकेट आदि की जानकारी दर्ज करनी होगी। एयरपोर्ट पर कियोस्क पर या मोबाइल एप के माध्यम से चेहरे की पहचान प्रक्रिया पूरी करनी होगी। सत्यापित जानकारी और बोर्डिंग पास की जानकारी का मिलान होते ही यात्री को प्रवेश मिल सकेगा।
सांसद शंकर लालवानी का कहना है इंदौर एयरपोर्ट पर डीजीयात्रा की तैयारी पूरी हो चुकी है। दो दिन बाद एयरपोर्ट पर इसके ट्रायल की प्रक्रिया शुरू करेंगे। ट्रायल के बाद जुलाई से डीजीयात्रा की सुविधा एयरपोर्ट पर शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद यात्री बगैर परेशानी के चेहरा स्कैन कराकर प्रवेश कर सकेंगे।