नई दिल्ली
टेस्ला के शेयरधारकों ने सीईओ एलन मस्क के 56 बिलियन डॉलर (करीब 4.67 लाख करोड़ रुपये) की सैलरी पैकेज को मंजूरी दे दी है। यह अमेरिका के कॉरपोरेट इतिहास में पहली बार है जब किसी सीईओ को सैलरी के रूप में इतनी बड़ी रकम मिलेगी। आपको बता दें कि टेस्ला अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी है। यह भारत के बाजार में भी एंट्री की योजना पर काम कर रही है। वहीं, एलन मस्क दुनिया के सबसे रईस अरबपति हैं और उनकी दौलत 207 बिलियन डॉलर है।
सैलरी पैकेज को शेयरधारकों से मंजूरी
कुछ बड़े संस्थागत निवेशकों और प्रॉक्सी फर्मों के विरोध के बावजूद टेस्ला के शेयरधारकों ने एलन मस्क के सैलरी पैकेज को हरी झंडी दिखा दी। हालांकि, अब भी इस सैलरी पैकेज में कई तरह के पेच हैं। दरअसल, साल 2018 से डेलवेयर कोर्ट में सैलरी पैकेज को लेकर एक मुकदमा भी चल रहा है। कुछ कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुकदमा कई महीनों तक चल सकता है। बता दें कि मस्क को साल 2018 में ही इस पैकेज को देने के लिए प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन न्यायाधीश ने पैकेज को "अथाह" बताते हुए अमान्य कर दिया। मस्क को पैकेज पर नए मुकदमों का भी सामना करना पड़ सकता है। इस मामले में न्यायाधीश ने टेस्ला के बोर्ड की आलोचना करते हुए कहा था कि यह योजना एक विवादित बोर्ड द्वारा प्रस्तावित की गई थी। एक ऐसा बोर्ड जिसके टॉप मेंबर्स के एलन मस्क के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत और वित्तीय संबंध थे।
एलन मस्क भी मौजूद
शेयरधारकों द्वारा सैलरी पैकेज को मंजूरी के मौके पर एलन मस्क भी मौजूद रहे। ऑस्टिन, टेक्सास में वार्षिक शेयरधारक बैठक में एलन मस्क ने खुद को आशावादी बताया। मस्क ने कहा कि अगर मैं आशावादी नहीं होता तो यह कंपनी अस्तित्व में नहीं होती। इस बैठक में कंपनी के लीगल हेडक्वार्टर डेलवेयर से टेक्सास शिफ्ट करने पर भी मुहर लगा दी गई।