धूल के गुबार से जनजीवन प्रभावित
कोरबा- पाली नगरवासी एवं मुख्यमार्ग किनारे संचालित दुकान व्यवसायी 24 घण्टे धूल खाने को मजबूर है।जिस मार्ग पर वाहन तो गुजर रहे है लेकिन चेहरा खोलकर चलना दुभर हो गया है।दूसरी ओर 21 फरवरी को आरंभ होने वाले दो दिवसीय पाली महोत्सव एवं 5 मार्च तक संचालित महाशिवरात्रि मेला के आयोजन को भी इस मार्ग की दुर्दशा बत्तीसी दिखाते हुए प्रशासनिक व्यवस्था को मुह चिढ़ा रहा है।
ज्ञात हो कि बीते वर्ष 2018 में हुए भीषण बारिश के कारण जिले के मुख्यमार्गों पर निर्मित अनेकों पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए थे वहीं मुख्यमार्गों का भी कचूमर निकल गया था।प्रशासन द्वारा क्षतिग्रस्त उन पुल-पुलियों का आवश्यक सुधार के साथ आस्तित्व खो चुके मार्गों का भी आवागमन लायक मरम्मत कार्य कराया गया।जिसमे पाली नगर के भीतर से होकर गुजरी नेशनल हाइवे मार्ग एवं मुनगाडीह स्थित पुल भी समाहित था।मरम्मत स्वरूप खानापूर्ति तो किया गया लेकिन तब पाली मार्ग से गुजरने वाले लोगों को सराबोर कीचड़ से पार होकर गतंव्य तक जाना होता था।और अब लोग पाली से गुजरते समय हिचकोले एवं धूल खाते गुजर रहे है।कहने को तो यह मार्ग नेशनल हाइवे है लेकिन गाँव को जाने वाले कच्चे रास्ते से भी गई गुजरी है।इसके साथ ही मुख्यमार्ग किनारे व्यवसाय संचालित करने वाले व्यवसायियों के साथ नगरवासियों का भी जीना दूभर हो गया है।21 फरवरी को पाली महाशिवरात्रि मेला के साथ 2 दिवसीय पाली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमे लाखों खर्च होंगे।वहीं महाशिवरात्रि के दिन से आरंभ होने वाला पारंपरिक मेला 5 मार्च तक संचालित रहेगा।लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा कराए जा रहे उक्त वृहद आयोजन को सड़क की हाल ए दुर्दशा बत्तीसी दिखाते हुए मुह चिढ़ा रही है।इसके अलावा मेले में आने वाले आम जनता एवं व्यापारियों को भी सड़क से उडऩे वाली धूल से बेहद परेशानी होगी।बगदेवा से कटघोरा के मध्य अस्तित्वविहीन हो चुके 40 किलोमीटर मुख्यमार्ग के निर्माण हेतु शासन से 811 करोड़ की स्वीकृति मिलने पश्चात मेसर्स दिलीप बिल्डकॉन को निर्माण कार्य का टेंडर भी हो चुका है।किंतु प्रशासन के लेटलतीफी के कारण निर्माण कार्य प्रारंभ नही किया जा चुका है।जिसका खामियाजा हिचकोलेदार सड़क एवं उड़ते धूल के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी
पाली नगर के हृदयस्थल से होकर गुजरी नेशनल हाइवे की दुर्दशा को लेकर अब अपने ही सरकार के स्थानीय नेताओं ने सड़क सुधार एवं मरम्मत की मांग को लेकर प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी है।जिसके अनुसार ब्लाक कांग्रेस कमेटी पाली के द्वारा प्रशासन को अवगत कराते हुए कहा है कि 21 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर दो दिवसीय पाली महोत्सव का आयोजन के साथ ही मेला का भी संचालन होना है।लेकिन सड़क की वर्तमान हालत के कारण मेला व महोत्सव दोनों ही काफी प्रभावित होगा।जिसे संज्ञान में लेकर यदि समय पूर्व मरम्मत कार्य नही कराया गया तो 19 फरवरी को प्रात: 10:30 बजे चक्काजाम किया जाएगा जिसकी सारी जवाबदारी प्रशासन की होगी।अब देखना यह होगा कि अपने ही सरकार के नेताओं द्वारा सड़क सुधार को लेकर सड़क पर उतरने की चेतावनी के बाद प्रशासन के कानों में जूं रेंगती भी है या नही…?