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आज और कल पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड के गंगा के मैदानी इलाकों में लू चलने की संभावना

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नई दिल्ली
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अगले 3 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताया है। मौसम एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम समेत 12 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। साथ ही उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी का प्रकोप जारी रहने की बात भी कही है। आईएमडी ने उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लि रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में भी लू की चेतावनी जारी की गई है।

आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, 13-17 जून के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू चलने की संभावना है। 13 और 14 तारीख को पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड के गंगा के मैदानी इलाकों में लू चलने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है। अगले दो दिनों तक उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और ओडिशा में लू चलने की संभावना है।

मौसम विभाग ने बताया कि अगले 5 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और हल्की बारिश होगी। आईएमडी के मुताबिक 1 जून को सीजन शुरू होने के बाद से भारत में सामान्य से एक प्रतिशत कम बारिश हुई है।

इन राज्यों में बारिश के आसार
आईएमडी के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है। 13-16 जून के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।

इन राज्यों में चलेगी लू
मौसम अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और ओडिशा जैसे उत्तरी और पूर्वी राज्यों में चार-पांच दिनों तक हीटवेव जारी रहने की संभावना है। नाम न छापने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि मौसम मॉडल गर्मी से जल्द राहत का संकेत नहीं दे रहे हैं। मॉनसून में देरी का असर मैदानी इलाकों के तापमान पर पड़ेगा।

मॉनसून आगमन में देरी
मौसम विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए दावा किया है कि पश्चिमी क्षेत्रों में समय से पहले मॉनसून के पहुंचने के बाद उसकी गति कमजोर पड़ गई है। मुंबई में मॉनसून तय समय से करीब दो दिन पहले पहुंच गया, लेकिन मध्य और उत्तरी राज्यों में इसके आगमन में देरी हो सकती है। उत्तरी राज्यों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और 46 डिग्री सेल्सियस (108 डिग्री फारेनहाइट से 115 डिग्री फारेनहाइट ) के बीच है। जो सामान्य से लगभग 3 डिग्री सेल्सियस से 5 डिग्री सेल्सियस (5 डिग्री फारेनहाइट और 9 डिग्री फारेनहाइट) अधिक है।

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