नई दिल्ली
मोहन चरण माझी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में ओडिशा में पहली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह ओडिशा के भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित किया गया था। माझी के साथ दो उपमुख्यमंत्रियों – कनक वर्धन सिंह देव और प्रवती परिदा ने भी शपथ ली। ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने राज्य के पहले भाजपा मुख्यमंत्री को उपमुख्यमंत्री के साथ शपथ दिलाई।
अमित शाह- राजनाथ सिंह समेत मौजूद रहे ये नेता
24 साल तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे बीजू जनता दल (बीजेडी) के नेता नवीन पटनायक भी मंच पर मौजूद थे। इस समारोह में भारतीय जनता पार्टी के कई हाई-प्रोफाइल नेता भी मौजूद थे, जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अश्विनी वैष्णव और नितिन गडकरी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल थे।
दर्शकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया
जब माझी जनता मैदान पहुंचे, तो वहां मौजूद दर्शकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें भीड़ का अभिवादन करते भी देखा गया। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में जोरदार प्रदर्शन के बाद ओडिशा में यह पहली भाजपा सरकार है, जिसने बीजू जनता दल (बीजद) को हराकर, बीजद के 24 साल पुराने शासन को समाप्त कर दिया। मांझी ने कहा कि ओडिशा की 'अस्मिता' (गौरव) की रक्षा करना नई सरकार की प्राथमिकता होगी। संथाली जनजाति से ताल्लुक रखने वाले 52 वर्षीय मांझी राज्य के क्योंझर जिले के हैं।
मंगलवार को चुने गए विधायक दल के नेता
उन्हें मंगलवार को ओडिशा में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। 1997-2000 तक सरपंच के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले माझी 2000 में पहली बार क्योंझर से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। 2004 में उन्हें फिर से चुना गया। 2005 से 2009 तक, वह बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार में सरकारी उप मुख्य सचेतक थे। 2019 में वे फिर से विधायक चुने गए। हाल ही में हुए चुनावों में माझी ने बीजेडी की मीना माझी को 11,577 मतों से हराकर सीट बरकरार रखी। ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 147 में से 78 सीटें जीतीं।