कीव। रूस यूक्रेन में तेजी से हमले कर रहा है। अब तक ज्यादातर एयर अटैक किए गए। अब रूस की सेना सड़क के रास्ते भी यूक्रेन की राजधानी में दाखिल हो रही है। रूस ने न केवल सैन्य अड्डों पर हमला किया बल्कि कई बड़ी इमारतें भी हवाई हमले में ढह गईं। अब युद्ध के अगले चरण में यही आशंका है कि रूस यूक्रेन के अंदर बड़ी संख्या में भारी हथियार दाखिल करवा सकता है। हालांकि वर्तमना में रिपोर्ट्स यही बताती हैं कि रूस सीमित संख्या में ही टैंकों का इस्तेमाल कर रहा है।
एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि रूस के टैंक कीव की तरफ बढ़ रहे हैं। एक और वीडियो सामने आया है जिसमें कि रास्ते से गुजरने वाला एक शख्स टैंक के साथ खड़े रूसी सैनिकों से बात करता है। टी-90 और टी-72 टैंक का इस्तेमाल भारत भी करता है। वहीं रूस इसका इस्तेमाल शीत युद्ध के समय से ही करता रहा है। हालांकि टी-14 आरमाता टैंक यूक्रेन को मुसीबत में डाल सकता है। खबर है कि रूस सीमित संख्या में इन टैंकों को यूक्रेन भेज रहा है। इसकी खासियत यह है कि यह यह अनमैन्ड होता है और दुश्मनों से घिरा होने के बावजूद युद्ध जारी रख सकता है।
बेहद ताकतवर हैं रूस के टैंक
रूस की सेना काफी ताकतवर है। दूसरे हथियारों की तरह रूस की फायरपावर का भी कोई मुकाबला नहीं है। इसके पास करीब 12000 टैंक हैं। वहीं यूक्रेन के पास केवल 2500 टैंक ही हैं। हालांकि राहत की बात है कि रूस अभी परमाणु हथियारों वाले टैंक का इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
टैंक के अलावा रूस के पास बेहद शक्तिशाली आर्मर्ड पर्सनल वीइकल भी हैं। इनका इस्तेमाल थल सेना को टारगेट के पास तक पहुंचाने में किया जाता है। इसके अलावा रूस के टी-72 टैंक भी बेहद ताकतवर हैं जिनपर लॉन्चर लगा होता है। इन टैंकों पर थर्मोबोरिक रॉकेट भी ले जाए जा सकते हैं जो कि बेहद खतरनाक हैं। इसे लॉन्च करने से ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों का दम घुटने लगता है। इसके बाद एक साथ बहुत सारे लोगों की मौत हो जाती है।