Home मध्यप्रदेश एमपी में नर्सिंग कॉलेजों में हुए घोटाले को लेकर युवा कांग्रेस ने...

एमपी में नर्सिंग कॉलेजों में हुए घोटाले को लेकर युवा कांग्रेस ने मंत्री विश्वास सारंग का बंगला घेरा

12
0

भोपाल

मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेज में हुए घोटाला की जांच सीबीआई कर रही है। इसे लेकर कांग्रेस लगातार हमलावर रही है। रविवार को एमपी के युवा खेल और कल्याण मंत्री विश्वास सारंग का बंगला घेराव करने पहुंचे युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह यादव को कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके पहले युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर किया वाटर कैनन का प्रयोग
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को मंत्री के बंगले के पहले रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया है। इसके बाद भी कार्यकर्ता अध्यक्ष के साथ आगे बढ़ रहे थे। युवक कांग्रेस की प्रदर्शन की चेतवानी के बाद प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी। प्रशासन ने प्रदर्शनकरियों को रोकने के लिए रास्ते भर में कई बैरिकेडिंग किए गए। बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। वाटर कैनन और राइट कंट्रोल व्हीकल भी तैनात किए गए थे।

झड़प में कई कार्यकर्ता हुए घायल
मीडिया विभाग के जिलाध्यक्ष आकाश चौहान ने बताया कि मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग को लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रही थी, परंतु पुलिस ने युवा कांग्रेस की आवाज को दबाने और मंत्री को बचाने के लिए बलपूर्वक हमला किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा कि नर्सिंग घोटाले में तत्कालीन चिकित्सा विश्वास सारंग और तत्कालीन कई वरिष्ठ अधिकारी एवं भाजपा के बड़े नाम शामिल हैं, इसलिए सरकार मामले में लीपापोती कर दोषियों को बचाने का काम कर रही है। इस अवसर पर मुख्य रूप से युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मितेन्द्र सिंह, मीडिया विभाग अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी, प्रदेश महासचिव विरेंद्र मिश्रा, जिलाध्यक्ष नरेंद्र यादव, आकाश चौहान, लोकेन्द्र शर्मा, राहुल मण्लोई, रवि परमार रोहित राजौरिया, फैज बैग, नरेन्द्र बघेल, चेतन साहु एवं सैकड़ों संख्या में कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे।
                                           
नियमों को ताक पर रखकर चल रहे थे नर्सिंग कॉलेज
मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के घोटाले की परतें लगातार खुल रही हैं। यहां के अधिकतर नर्सिंग कॉलेज नियमों को ताक पर रखकर कागजों पर चल रहे थे। मामले की जांच कर रही एसबीआई के अधिकारियों ने भी घूसखोरी कर ऐसे कॉलेज को क्लीन चिट दे दी थी। मामला उठने पर हाइकोर्ट ने अवैध तरीके से चल रहे प्रदेश के 66 नर्सिंग कॉलेज को सील करने के आदेश दिए थे। वहीं आशंका है कि अभी भी कई और नर्सिंग कॉलेज ऐसे हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए। ऐसे में युवक कांग्रेस के साथ एनएसयूआई ने इस पर हल्ला बोला है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here