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मोदी-शाह और योगी की जोड़ी देश में लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा: विकास उपाध्याय

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रायपुर। यूपी के अंतिम चरण को छोड़कर अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं। इस बीच पंजाब में पार्टी की ओर से आब्जर्वर रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय अपने निवास कार्यालय में आज मीडिया से रूबरू होते इस बात का दावा किया कि पांच राज्यों में अधिकांश जगहों पर कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीत रही है। साथ ही उन्होने मोदी-शाह और योगी की जोड़ी को देश में लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा बताया।
उन्होने चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगातार मोदी सरकार के बीते सात सालों के कार्यकाल को लेकर उठाए गए बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे के सामने राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण पर भारी पड़ गया है। जिस बहाने भाजपा हर बार हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण कर चुनाव में लाभ लेने का कोशिश करती थी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि पाँच राज्यों में हो रहे चुनाव में अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरप्रदेश में बगैर कांग्रेस के सहयोग कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना पायेगी।
विकास ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी के असल रूप को देश की जनता के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। इसी के चलते अब राजनीतिक संगठन और सिविल सोसायटी के लोग भाजपा के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। लोगों को समझ आ गया है कि मोदी-शाह और मोदी-योगी की जोड़ी देश में लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है। देश की जनता आर्थिक मुद्दों को लेकर परेशान है जो महंगाई और बेरोजगारी है। राहुल गांधी ने बीते कई वर्षों से इन मुद्दों को जिस तरह से उठाया है उससे देश के युवा समझ गए हैं कि केन्द्र की मोदी सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। जिस तरह से रसोई गैस, खाद्य तेल, पेट्रोल-डीजल का लगातार महंगा होना आम जनता के लिए परेशानी बन गया है वे इस चुनाव में इसका जवाब देंगे।
नोटबंदी और लॉकडाउन से असंगठित क्षेत्र पूरी तरह से चौपट हो गया। इसके बाद सरकारी भर्तियां ही रोजगार का सहारा थी। बावजूद न ही केन्द्र सरकार ने और न ही देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने इन खाली पदों को भरने कोई रूचि दिखाई। न ही भाजपा इस चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण पहले जैसे कर पाई है। वहीं किसानों के लिए लाये गए तीन कृषि कानूनों को वापस तो ले लिया गया लेकिन किसान आंदोलनकारियों पर चले दमनचक्र के कारण भाजपा बैकफूट पर रही।
इस बार के चुनाव में भाजपा को राज्यों का ही नहीं बल्कि केन्द्र की सरकार के खिलाफ एन्टी इन्कम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है। उपाध्याय ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से अपने आप को भगवान का अवतार के रूप में देश के सामने रख रहे थे अब उनकी छवि अडानी अंबानी जैसे पूंजीपतियों के समर्थकों की हो गई है। देश के गरीबों-पिछडों को एहसास हो गया है कि मोदी कोई मसीहा नहीं है, न ही कोई गुजरात मॉडल का आकर्षण बचा है।