रांची
2024 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से भाजपा पर लग रहे परिवार वाद के आरोपों का बाबूलाल मरांडी ने खंडन किया। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी की पहचान और पार्टी का संचालन परिवार से होता है वह परिवारवाद कांग्रेस, जेएमएम, राजद और सपा जैसी ही पार्टी है।
मरांडी ने कहा कि भाजपा को परिवारवाद से जोड़ना गलत है। पार्टी की पहचान कार्यकर्ता से है। बाबूलाल मरांडी ने यह बातें धनबाद में मिडिया को सम्बोधित करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित हो इसके लिए सभी को मजबूती के साथ काम करने की जरूरत है। बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत में बगैर नाम लिए बाबूलाल ने बंटी बबली की संज्ञा देते हुए कहा कि दोनों पति- पत्नी ने 5 साल तक झारखंड को केवल ठगने का ही काम किया है।
बता दें कि जब से बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है तब से ही झामुमो और कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है। झामुमो के महासचिव ने बीते रविवार को भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की उमीदवार को लेकर दरिद्रता इतनी बड़ गयी है की बाप बेटे दोनों ( ये ईशारा चम्पई सोरेन और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन की ओर था) एक ही चुनाव लड़ रहे है। कोई बाप को लड़वा रहा है, कोई बेटा को, कोई पत्नी को, कोई भाई को, कोई बहू को चुनाव लड़वा रहे है। महासचिव ने कहा कि क्या ये परिवारवाद नहीं है। राज्य गठन के बाद से लंबे समय तक राज करने बाली भाजपा की हालत इतनी खराब हो गई कि इन्हें राज्य के विधासभा में चुनाव लड़ने के लिए सक्षम कार्यकर्ता नहीं मिले।