नई दिल्ली
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर सुंयुक्त संसदीय समिति की बैठक में एक बार फिर पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच टकराव देखने को मिला। विपक्षी नेताओं का कहना है कि बीजेपी के एक सदस्य ने उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इसके बाद विपक्ष के नेताओं ने वॉकआउट कर दिया। इससे पहले सोमवार को भी विपक्ष के नेताओं ने वॉकाउट कर दिया था।
बैठक के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, दिलीप सैकिया, अभिजीत गांगुली और टीएमसी सांसद कल्याण बरर्जी, कांग्रेस के गौरव गोगोई के बीच तीखी बहुस हो गई। वक्फ बोर्ड में महिलाओं को शामिल करने को लेकर इन लोगों में तीखी बहुस हुई। विपक्षी नेताओं का कहना है कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ही नियमों के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं और उन्होंने सांसदों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरी तरफ बीजेपी सांसदों का आरोप है कि विपक्षी सांसद अध्यक्ष को ही बुरा-भला कह रहे थे। वक्फ (संशोधन) विधेयक 28 जुलाई को सदन में पेश किया गया था। हालांकि विपक्षी दलों की आपत्ति के बाद इसे संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया। सोमवार को कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मनीप्पाडी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर वक्फ जमीन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा दिया था।
इसके बाद विपक्ष सांसदों ने कहा था कि इस तरह के पैनल में बिना सबूत के इस तरह के अप्रमाणित आरोप नहीं लगाने चाहिए। हालांकि अध्यक्ष ने उनकी आपत्ति को किनारे करते हुए सांसद को बोलने की इजाजत दे दी। पिछले सप्ताह बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पाल को पत्र लिखा था और कहा था गृह मंत्रालय को जांच करना चाहिए कि वक्फ के माध्यम से कितने घोटाले किए गए हैं। दुबे का दावा था कि इसमें जाकिर नाइक जैसे लोग भी शामिल हो सकते हैं।