Home विदेश बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने किया इस्लामिक क्रांति का आह्वान, दूभर हो गया...

बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने किया इस्लामिक क्रांति का आह्वान, दूभर हो गया दशहरा मनाना!

16
0

ढाका

बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव के मामले रूके नहीं थे कि अब दुर्गा पूजा के दौरान भी हिंदुओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 1 अक्टूबर से देश भर में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह से संबंधित 35 घटनाएं हुई हैं। इसमें 11 मामले दर्ज किए गए हैं और 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दुर्गा पूजा मंडप से कट्ट्ररपंथियों ने इस्लामिक क्रांति का आह्वान किया है।

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, आईजीपी मोहम्मद मोइनुल इस्लाम ने कहा कि देश भर में 32,000 से ज्यादा मंडपों में दुर्गा पूजा मनाई जा रही है। 35 घटनाएं सामने आई हैं। हर एक मामले में या तो केस दर्ज किया गया है या जीडी दर्ज की गई है और उसके अनुसार कार्रवाई की गई है। पिछले 11 दिनों में 11 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि मामूली तोड़फोड़ और चोरी जैसी घटनाओं के लिए 24 जीडी दर्ज की गई हैं। अब तक इन घटनाओं में शामिल होने के आरोप में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मंडप से इस्लामी क्रांति का आह्नान

इससे पहले गुरुवार के दिन ढाका से करीब 250 किलोमीटर की दूरी पर चटगांव के दुर्गा पूजा मंडप के मंच पर आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने इस्लामी क्रांति का आह्वान करते हुए एक गीत गाया। इससे लोगों में भारी गुस्सा फैल गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने शुक्रवार को इस्लामी क्रांति का आह्वान करने के आरोप में दो लोगों को अरेस्ट किया है।

पूजा समिति के महासचिव सजल दत्ता समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले पर आईजीपी ने कहा, ‘हमने चटगांव में हुई घटना के सिलसिले में गुरुवार को छापेमारी के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया। घटना का कोई खास मकसद था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। कभी-कभी स्थानीय घटनाएं सूचना के तेजी से फैलने के कारण व्यापक ध्यान आकर्षित करती हैं। हमें छोटी घटनाओं को बड़ी घटनाओं में बदलने से रोकने के लिए सतर्क रहना चाहिए।’

मोहम्मद यूनुस भी मंदिर का करेंगे दौरा

पांच दिन के हिंदू धार्मिक उत्सव की शुरुआत बुधवार को देवी दुर्गा के आह्वान के साथ में हुई। इस पूरे कार्यक्रम का समापन रविवार को देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ में होगा। इसी बीच, नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस प्रमुख शक्तिपीठों में से एक सदियों पुराने ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा करेंगे। बांग्लादेश की आबादी में से 8 फीसदी हिंदुओं की आबादी है। यहां पर शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद को छोड़ने के बाद में हिंदुओं को काफी नुकसान झेलना पड़ा है।

अंतरिम सरकार के प्रमुख भी जाएंगे मंदिर

पांच दिवसीय हिंदू धार्मिक उत्सव की शुरुआत बुधवार को देवी दुर्गा के आह्वान के साथ हुई, जिसे महा षष्ठी कहा जाता है. समारोह का समापन रविवार को देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ होगा. इस बीच रविवार को मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस राष्ट्रीय राजधानी के मध्य में स्थित प्रमुख शक्तिपीठों में से एक, सदियों पुराने ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर का दौरा करेंगे.

बांग्लादेश की 170 मिलियन आबादी में हिंदुओं की संख्या लगभग 8 प्रतिशत हैं जिन्हें 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के निष्कासन के बाद भड़की छात्र-नेतृत्व वाली हिंसा के दौरान भारी नुकसान झेलना पड़ा. इस दौरान हिंदुओं के व्यवसायों और संपत्तियों में तोड़फोड़ की गई और और मंदिरों पर भी हमले किए गए.

17 लोग अरेस्ट

अखबार ढाका ट्रिब्यून ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) एमडी मोइनुल इस्लाम के हवाले से बताया, "1 अक्टूबर से, देशभर में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह के दौरान 35 अप्रिय घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण 11 मामले दर्ज किए गए हैं, 24 सामान्य डायरी (जीडी) दर्ज की गई हैं और 17 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है."

इस्लाम ने शुक्रवार को ढाका में एक पूजा मंडप का दौरा किया, जिसके बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि देश भर में 32,000 से अधिक मंडपों में दुर्गा पूजा मनाई जा रही है. आईजीपी इस्लाम ने आश्वासन दिया कि पुलिस के पास घटनाओं में शामिल लोगों का रिकॉर्ड है. उन्होंने कहा,  “इन घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.अगर कोई भी दुर्गा पूजा के दौरान अराजकता फैलाने या दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में शामिल होने का प्रयास करता है तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे.”

चटगांव में हुए हमले के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, आईजीपी ने कहा, गुरुवार को छापेमारी के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और इसके पीछे के मकसद का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.

सोने का मुकुट हो गया था चोरी

इससे पहले शुक्रवार को बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि उन्होंने सोने के मुकुट की चोरी के सिलसिले में एक व्यक्ति की पहचान की है और इसे बरामद करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है. एक निजी समाचार चैनल ने दिखाया कि जब मंदिर में कोई नहीं था तो सफेद टी-शर्ट और जींस पहने एक युवक मंदिर में घुसा. उसने मुकुट का सुनहरा हिस्सा निकाला और उसे जेब में रख लिया.

बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के नेता कृष्ण मुखर्जी ने कहा, "यह चोरी का एक साधारण मामला हो सकता है या यह एक सुनियोजित साजिश का मामला भी हो सकता है. हम मांग करते हैं कि मामले की उचित जांच की जाए और इसमें शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाए."

तीनों सेना प्रमुखों ने किया मंदिरों का दौरा

इस बीच, सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संघ (बीएसएस) ने कहा कि तीनों सेनाओं के प्रमुख – सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमा, नौसेना प्रमुख एडमिरल एम नजमुल हसन और वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल हसन महमूद खान – ने शुक्रवार को ढाका में रमना काली मंदिर का दौरा किया. युवा और खेल सलाहकार आसिफ महमूद सजीब भुइयां ने शुक्रवार को खुलना में गल्लामारी हरिचंद टैगोर मंदिर और बागमारा गोविंदा मंदिर में दुर्गा पूजा पूजा मंडपों में पहुंचे और हिंदू समुदाय के सदस्यों के साथ शुभकामनाएं साझा कीं.