दशहरे के दिन कुछ खास उपाय ऐसे माने जाते हैं, जिन्हें करने से घर से वास्तु दोष दूर होते हैं। साथ ही अगर आपके घर पर किसी बुरी नजर का साया हो, तो वो भी दूर हो जाए। जैसे, दशहरे के दिन घर के आंगन या गमले में एक पौधा लगना शुभ माना जाता है। शहरे पर अगर आप घर के आंगन या गमले में शमी का पौधा लगाते हैं, तो घर से वास्तु दोष दूर होते हैं। जो बहुत खूबसूरत होता है। आइए जानते हैं कि दशहरे पर शमी के जन्मोत्सव का महत्व।
दशहरे पर शमी के उपाय का महत्व शमी का पौधा घर में सकारात्मकता और समृद्धि वाला पवित्र पौधा माना जाता है। घर में सकारात्मकता, समृद्धि और प्रतिभा आती है। शमी के कथन का उल्लेख रामायण में भी किया गया है, जहां भगवान राम ने अपनी पूजा की थी से पहले लंका पर विजय प्राप्त की थी। भगवान शिव की पूजा में भी शमी की जयंती का उपयोग उनकी पूजा में किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। इसके अलावा भगवान गणेश और देवी दुर्गा की पूजा में भी शमी की मूर्ति का उपयोग शुभ माना जाता है।
दशहरे पर घर में जिस स्थान पर शमी का पौधा होता है उस समय दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार शमी का पौधा घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। यह हमेशा घर के बाहर होता है, जैसे कि पेट्रोलियम जेली या छत पर कमरा। दक्षिण दिशा में शमी का पौधा लगाना सबसे शुभ माना जाता है। आप इसे घर के बाहर लगा रहे हैं, तो दाहिनी ओर ले जाना अच्छा होता है।
शमी का पौधा लगाने की जगहें हैं हर काम में काम आपका काम अगर हमेशा काम पर रहता है या फिर कड़ी मेहनत करने पर भी अगर आपके पास काम नहीं है, तो आपको दशहरे पर शमी का पौधा जरूर ले जाना चाहिए। शमी के पौधे से भाग्य मजबूत होता है। जिससे नौकरी-बिजनेस में आ रही दिक्कतें कम हो रही हैं। दशहरे पर शमी का पौधा स्थापित करने के बाद उसकी पूजा अवश्य करनी चाहिए।
शमी के उपाय पर आधारित है ये देवी-देवता का विशेष उपाय शमी के उपाय का संबंध शनिदेव से माना जाता है। मान्यता है कि शमी का पौधा घर में स्थापित होने से शनि के प्रकोप से शांति मिलती है और नवग्रह भी शांत रहते हैं। भगवान शिव और देवी दुर्गा की भी विशेष कृपा होती है, इसलिए जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति के लिए घर में शमी का जन्मोत्सव दशहरे पर अवश्य लगाएं।