भोपाल
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम के प्रयासों से ही हम प्रदेश के नवजात शिशुओं और माताओं को बेहतर जीवन देने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने बड़वानी एसएनसीयू के समर्पित चिकित्सकों और स्वास्थ्य-कर्मियों की कड़ी मेहनत और सेवा भावना की सराहना की है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम से अपील की है कि समर्पण और सेवा-भाव से कार्य करते रहें। समेकित प्रयासों से मध्यप्रदेश को हम स्वास्थ्य मानकों में शीर्ष पर ले जाने में सफल होंगे।
कम-वजन और स्वास्थ्य समस्याओं में एसएनसीयू की समर्पित सेवा हुआ सुधार
कलमानी, कुक्षी जिला धार की निवासी श्रीमती सविता की डिलीवरी 19 अगस्त 2024 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुक्षी में गर्भावस्था के साढ़े 6 महीने में हुई थी। नवजात शिशु का वजन मात्र 900 ग्राम था और सांस की गंभीर समस्या के कारण शिशु को तुरंत बड़वानी एसएनसीयू रेफर किया गया। 53 दिनों के सफल उपचार के बाद, शिशु का वजन बढ़कर 1.26 किलोग्राम हो गया। शिशु को स्वास्थ अवस्था में 10 अक्टूबर 2024 को डिस्चार्ज किया गया है।
72 दिनों तक सतत उपचार और देखभाल से मिली सफलता
कल्याणपुरा, बड़वानी की श्रीमती काजल को गर्भावस्था के 6 महीने में अचानक प्रसव पीड़ा के चलते महिला अस्पताल बड़वानी लाया गया। समय से पहले हुए प्रसव के कारण नवजात शिशु का वजन मात्र 800 ग्राम था और उसे धीमी श्वास और कमजोर हृदय गति की स्थिति पर संज्ञान लेकर तुरंत एसएनसीयू में भर्ती किया गया। विशेषज्ञों की देखरेख में 72 दिनों तक चले उपचार के बाद शिशु का वजन बढ़कर 1.29 किलोग्राम हो गया और 10 अक्टूबर 2024 को उसे स्वस्थ अवस्था में डिस्चार्ज किया गया। दोनों शिशुओं के माता-पिता ने एसएनसीयू टीम का आभार व्यक्त किया और उनके समर्पित प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया, जिनकी मेहनत और सेवाभाव ने उनके बच्चों को नया जीवन दिया है।