चंडीगढ़
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद अब सरकार बनने की स्थिति साफ हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी जहां हैट्रिक लगाते हुए लगातार तीसरी बार प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री के पद को लेकर पार्टी हाई कमान पहले से ही नायब सिंह सैनी का नाम घोषित कर चुकी है।
इस प्रक्रिया में भाजपा विधायक दल की बैठक शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास या हरियाणा निवास में होने की संभावना है।इसी सिलसिले में चंडीगढ़ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी वीरवार को पहुंच सकते हैं आ नए चुने विधायकों से मुलाकात कर सकते हैं।हरियाणा में वर्ष 2014 से 2019 तथा 2019 से 2024 तक कमान साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर लाल के पास ही रही है। हालांकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने दशहरा के पर्व के बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा होने की बात कही है। इसी बीच अब मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नामों को लेकर भी चर्चा शुरू हो चुकी है।
इस चुनाव में पार्टी के कईं दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के सम्मुख मंत्रिमंडल का गठन किए जाने के समय भौगोलिक और जातीय सभी समीकरणों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। हालांकि अनिल विज, मूलचंद शर्मा, विपुल गोयल सरीखे कुछ नाम ऐसे है, जिनका मंत्री बनना लगभग तय है।घरोंडा से विधायक हरविंद्र कल्याण का नाम विधानसभा अध्यक्ष के इस पद के लिए चर्चा में हैं।
मंत्री के लिए चर्चा में यह नाम
मुख्यमंत्री के अलावा हरियाणा की नई बनने वाली सरकार में मंत्री बनने की चाह रखने वाले नेताओं की लंबी फेहरिस्त है। इनमें कुछ नामों के बारे में हम आपकों बताने जा रहे हैं। इन नामों में पूर्व की बीजेपी सरकार में मंत्री रहे अनिल विज का इस बार भी मंत्री बनना करीब-करीब तय माना जा रहा है। हालांकि वह मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन साथ ही वह यह भी कह चुके हैं कि वह किसी भी पद पर अपना दावा नहीं जताएंगे और पार्टी की ओर से उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसे बखूबी निभाएंगे।
इसके अलावा पूर्व बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मूलचंद शर्मा का इस बार भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इनके अलावा मनोहर पार्ट वन में राज्य मंत्री रहे कृष्णलाल पंवार, विपुल गोयल और कृष्ण बेदी का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इनके अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव, रामकुमार गौतम, महीपाल ढांडा, प्रमोद विज, कृष्ण गहलावत, डॉ. कृष्ण मिड्ढा, विनोद भयाना, घनश्याम दास अरोड़ा, श्रुति चौधरी के नाम भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल है।
यह बन सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष
हरियाणा में चूंकि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता इस बार विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाए है तो इस सूरत में बीजेपी को नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करना होगा। ऐसे में पूर्व में डिप्टी स्पीकर रहे रणबीर गंगवा का अलावा घरोंडा से विधायक हरविंद्र कल्याण का नाम इस पद के लिए चर्चा में हैं।गंगवा मंत्री बनना चाहते हैं। विजयदशमी के दिन 12 अक्टूबर को झोट ग्रह की संभावना।देश के पी एम नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह में से कोई बड़ी हस्ती भी शपथ ग्रहण में मौजूद रह सकती है।
मुख्यमंत्री समेत हो सकते हैं 14 मंत्री
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत कुल 14 मंत्री हो सकते हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि अपने कद्दावर नेताओं के अलावा भारतीय जनता पार्टी तीसरी पारी की सरकार में किन-किन नेताओं को मंत्री पद से नवाजने का काम करती है, क्योंकि मंत्री बनाते समय भारतीय जनता पार्टी को चुनावी समीकरण के साथ भौगोलिक और जातीय दोनों समीकरणों को ध्यान में रखन होगा।