नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि भारतीय वायुसेना दूर देश के दुश्मनों को उनके घर में मार गिराने में सक्षम है। राजनाथ सिंह ने मंगलवार को नेशनल वार मेमोरियल में एक कार्यक्रम को संबोधित कर जोर देते हुए कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' दृष्टिकोण को मूर्तरूप देने की दिशा में सरकार ने अपनी पूरी प्रतिबद्धता दिखाई है। देश की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को भारतीय सेनाओं में भर्ती होकर अपनी सेवाएं देनी चाहिए, ताकि उनका जीवन देश की सेवा, शौर्य और गौरव से ओतप्रोत रहे।
राजनाथ ने की वायुसैनिकों की तारीफ
रक्षा मंत्री ने कठिन परिस्थितियों में वीरता, प्रतिबद्धता और देशभक्ति के साथ वायुसैनिकों की भारत माता की सेवाओं के लिए जोरशोर से प्रशंसा की। रक्षा मंत्रालय ने रक्षा मंत्री के हवाले से बताया कि भारतीय वायुसेना ने अपने देश और लोगों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
कार रैली को दिखाई हरी झंडी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम वायुसेना को अत्याधुनिक युद्धक विमानों से लैस करने को प्रतिबद्ध हैं और आत्मनिर्भर भारत अवधारणा के तहत इनके लिए और उत्पादन भी करेंगे। भारतीय वायुसेना के 92वीं वर्षगांठ से पूर्व आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री ने 'वायुवीर विजेता' कार रैली को रवाना किया। सात हजार किलोमीटर लंबी रैली लद्दाख के थोइज से रवाना होकर अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग में समाप्त हो जाएगी।
आगामी आठ अक्टूबर को दुनिया के सबसे ऊंचे वायुसेना स्टेशनों में समुद्र तल से 3,068 मीटर ऊपर यह आयोजन होगा। भारतीय वायुसेना के 92वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यह आयोजन होगा। वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को हुई थी। यह वायु वीर 29 अक्टूबर को तवांग पहुंचने से पहले लेह, करगिल, श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, देहरादून, आगरा, लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा, बागडोगरा, हसिमारा, गुवाहाटी, तेजपुर और दिरांग में रुकेंगे। इस बीच, राजनाथ ने कहा कि रक्षा क्षेत्र के 32 लाख पेंशनरों में से तीस लाख को सफलतापूर्वक 'स्पर्श पोर्टल' से संबद्ध कर दिया गया है।