नई दिल्ली
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी पर झूठे आरोप लगाने के मामले में कांग्रेस नेताओं ने माफी मांग ली है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं द्वारा माफी मांगे जाने के बाद अब पूर्व सीएम मानहानि का मुकदमा वापस लेंगे। दरअसल, कांग्रेस के तीन विधायकों सीजे चावड़ा, शैलेश परमार और सुखराम राठवा समेत चार लोगों ने कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगी है। रूपाणी के खिलाफ आरोप लगाने वाले विधायकों में शामिल सीजे चावड़ा अब भाजपा के सदस्य हैं।
विधायकों द्वारा माफी मांगे के बाद कोर्ट ने माना है कि कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बयान राजनीति से प्रेरित थे और उनका कोई आधार नहीं था। विजय रूपाणी के वकील अंश भारद्वाज ने बताया कि अब से दो-तीन साल पहले कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। उन्होंने रूपाणी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इस मामले में उन्होंने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए माफी मांगने की मांग की थी।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेताओं द्वारा आरोपों को लेकर जब माफी नहीं मांगी गई, तो विजय रूपाणी की शिकायत पर गांधीनगर कोर्ट में इसकी सुनवाई शुरू हुई। सभी पक्षों के बयान दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेताओं को कोर्ट में हाजिर होने को कहा गया। इसके बाद उन्हें लिखित तौर पर माफी मांगी और कहा कि उन्होंने जो आरोप रूपाणी पर लगाए थे, वह बिना किसी सबूत के लगाए गए थे।"
बता दें कि कांग्रेस नेताओं ने रूपाणी पर करोड़ों के जमीन घोटाले का आरोप लगाया था। इसके बाद विजय रूपाणी ने मार्च 2022 में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। कांग्रेस नेताओं द्वारा अपनी गलती स्वीकार करने के बाद विजय रूपाणी ने मामला वापस लेने पर सहमति जताई है।
रूपाणी के वकील ने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा माफी मांगने के बाद अब मानहानि के मुकदमे को वापस लेने के लिए विजय रूपाणी की ओर से कोर्ट में आवेदन दिया गया है।