रायपुर/ मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी को निर्वाचित हुए महज 1 महीने 3 दिन ही हुए और वे विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। मुंगेली नगर पालिका का भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं हैं चाहे वो नाली घोटाला हो या गार्डन घोटाला या अन्य…ऐसे कई घोटाले हैं जिसे मुंगेली नगर पालिका के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा अंजाम दिया जाता हैं, हाल ही में 13 लाख के नाली घोटाले मामले में नपा के तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन सीएमओ, इंजीनियर, लेखपाल, लिपिक और ठेकेदार पर कोतवाली में अपराध दर्ज हो चुका हैं जिसमें तत्कालीन नपा अध्यक्ष को जेल भी जाना पड़ा। साथ ही लगभग 2 करोड़ के गार्डन भ्रष्टाचार का मामला हाईकोर्ट में लंबित हैं, ऐसे में मुंगेलीवासियों का दिल जितना नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों के समक्ष किसी चुनौती से कम नहीं। एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा अपने पोर्टल न्यूज़ में इन्हीं सब बातों का उल्लेख करते हुए समाचार प्रकाशित किया गया था कि अभी हाल ही में नगर पालिका द्वारा निकाले गए निविदा में कमीशन के चलते अपने चहेतों को काम देने का आरोप लगा हैं और बाहरी ठेकेदारों को इन कामों से दूर रखा जा रहा हैं, साथ सभी निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता से हो, ऐसे समाचार पर नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी बौखला उठे और अपने समर्थक पार्षदों और वे ठेकेदारों जिन्हें अभी कार्य आबंटित किया जा रहा उन पर दबाव बना सिटी कोतवाली थाने में फर्जी एवं झूठी शिकायत की गई, जिसके चलते पत्रकारों में बहुत ही आक्रोश व्याप्त हैं, जिसके चलते मुंगेली जिले के पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया और प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक को सौपीं गई।
पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में निम्न बातें लिखी गई —-
" पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है, साथ ही आपके द्वारा पत्रकार हित में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की भी तैयारी की जा रही है, आपके द्वारा पत्रकारों के हित में अनेकों कार्य किये गये है जो कि बहुत ही प्रशंसनीय है और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का दायित्य भी आपके ही पास है, पत्रकारों द्वारा समाचारों के प्रकाशन से समय-समय पर कई भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के खुलासे किये जाते रहें हैं, कोई भी पत्रकार अपनी जान की परवाह न करते हुए भी जनहित मामलों को उठाते हुये जनता और सरकार में सामंजस्य बनाने के लिये सेतु का कार्य करते हैं। कई विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार, भूमाफियाओं की मनमानी, भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं और जनप्रतिनिधियों के करतूतों एवं निष्क्रियता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले पत्रकार ही उजागर करते आ रहे हैं, जिसके चलते भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के द्वारा पत्रकारिता एवं पत्रकारों की आवाज को दबाने के लिये नये नये हथकंडे अपनाये जाते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण मुंगेली जिले में भी देखने को मिला। मुंगेली जिले के वरिष्ठ पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ प्रेस क्लब संगठन के मुंगेली जिला सलाहकार संजय जायसवाल के द्वारा अपने वेब पोर्टल जिसके कि वे संपादक हैं, में एक समाचार प्रकाशित किया गया था, जिसमें मुंगेली नगर पालिका परिषद में ठेकेदारों को कमिशन देकर कार्य आबंटित करने और बाहरी ठेकेदारों को दरकिनार करने की बातों का उल्लेख करते हुए समाचार प्रकाशन किया गया था। समाचार प्रकाशन के उपरांत नगर पालिका के अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी के द्वारा कुछ अपने समर्थक पार्षदों एवं जिन्हें कार्य आबंटित किया गया था ऐसे ठेकेदारों को अपने पक्ष में दबाव बनाते हुये उनके द्वारा पत्रकार संजय जायसवाल के विरुध्द दिनांक 07.02.2022 को मुंगेली सिटी कोतवाली में आवेदन देते हुये फर्जी एवं झूठी शिकायत की गई, उनके द्वारा दिये गये आवेदनों में किसी प्रकार की कोई सत्यता नहीं है बल्कि ये पत्रकारों की आवाज दबाते हुए भष्टाचार को अंजाम देने के फिराक में है, ताकि वे पत्रकारों का मनोबल गिरा सकें और कोई पत्रकार उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की पोल न खोल सके, इस तरह पत्रकारों पर दबाव बनाने को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी सहित जितने भी पार्षदों एवं ठेकेदारों ने आवेदन दिया है उन सभी के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने का कष्ट करें।"
साथ ही ज्ञापन में निवेदन किया गया कि "अभी हाल ही में मुंगेली नगर पालिका परिषद द्वारा जो टेंडर निकाला गया है जिसे नगर पालिका के अध्यक्ष एवं अधिकारियों ने आबंटित किया जा रहा है उन समस्त कार्यों की सूक्ष्म जांच की जाये क्योंकि जानकारी के अनुसार इस टेंडर में ऐसे अनेकों कार्य है जिनका निर्माण नगर पालिका परिषद मुंगेली के द्वारा पहले ही करा लिया गया है, जो जांच में स्पष्ट हो जायेगा। नगर पालिका परिषद मुंगेली का भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं है। लगभग 2 करोड़ का गार्डन भ्रष्टाचार मामला बिलासपुर हाईकोर्ट में लंबित है. 13 लाख के नाली घोटाले के मामले में तत्कालिन नगर पालिका अध्यक्ष जेल जा चुके है और तत्कालीन सीएमओ, इंजीनियर, लेखापाल सहित लिपिक आज दिनांक तक फरार है. ऐसे में वर्तमान नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी एवं ठेकेदारों द्वारा पत्रकारों की आवाज दबाई जा रही है ताकि वो नगर पालिका परिषद में अपनी मनमानी कर भ्रष्टाचार को अंजाम दे सकें। ज्ञापन के अंत मे पत्रकारों ने लिखा कि पत्रकारों के खिलाफ फर्जी एवं झूठी शिकायत करने वालों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाये, पत्रकारों के खिलाफ किसी भी प्रकार के फर्जी या झूठी शिकायत पर यदि कार्यवाई की जाती है तो सभी पत्रकार आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जायेंगे।"
इन सभी बातों से एक चीज तो स्पष्ट हैं कि अपने एक माह के ही कार्यकाल में यही नवनिर्वाचित अध्यक्ष ऐसे विवादों में घिरते रहेंगे तो ऐसे में उनकी राजनीतिक और कार्यप्रणाली में प्रभाव पड़ सकता हैं जिसे मुंगेली की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
भूपेंद्र सिंह ठाकुर, इंद्राज सिंह बाघेल, रवि शुक्ला, डेविड बंजारे,आकाश दत्त मिश्रा, सैयद वाज़िद, अनिल पात्रे, नीलकमल सिंह, निखलेश लाल, रोहित कश्यप, अजीत यादव, रूपेश बंजारा, कन्हैया यादव, शुभांशु शुक्ला, सुरेश पाटले, नवनीत शुक्ला, अक्षय लहरे, योगेश साहू, परमेश्वर कुर्रे, सदाराम कश्यप, गुड्डू यादव, अजित बघेल, संतोष पाठक, पंकज बैनेट, आनन्द गुप्ता, अतुल श्रीवास्तव, कैलाश खूंटे, राजेश खन्ना, राकेश यादव, फ़लित जांगड़े, अलीम मिर्ज़ा, नईम खान,मनीष नामदेव सहित कई पत्रकार उपस्थित थे।