नई दिल्ली
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर आतंकी संगठन से फंडिंग लेने के आरोपों पर कांग्रेस की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने खास बातचीत करते हुए कहा है कि यह आरोप बेबुनियाद और निराधार है। इस तरह की चीज जांच का विषय है। लेकिन, मुझे लगता है कि कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह से किसी आतंकी संगठन से फंडिंग नहीं ले सकता है। यह जानबूझकर आरोप लगाना है। कोर्ट के फैसले का इंजजार करना चाहिए। इस प्रकार का आरोप कोई भी किसी पर लगा सकता है।
राशिद अल्वी ने निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जब तक जिंदा हूं, धर्म के आधार पर आरक्षण लागू होने नहीं दूंगा। वो चुनाव हार रहे हैं, तो वो इस तरह के बयान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री गौर से अपने संबोधन को सुनें तो शायद उन्हें समझ में आएगा कि वो क्या बयान दे रहे हैं? कांग्रेस ने कभी भी राम मंदिर और सनातन धर्म का विरोध नहीं किया है।
राधिका खेड़ा के भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि जब विचार कमजोर हो जाती है तो ऐसा ही होता है। आज की राजनीति में विचार के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे लोग सत्ता के साथ रहना पंसद करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के कई नेता भगवान रामलला के दर्शन करने गए हैं। जिसे पार्टी छोड़कर जाना है, वह सिर्फ राम नाम का सहारा ले रहे हैं और कुछ नहीं। जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, कांग्रेस पार्टी को उस पर विचार करने की जरूरत है। ये सच है कि जब पार्टी के लोग पार्टी छोड़कर जाते हैं तो नुकसान होता है।