भूपेश सरकार से राज्य के पेंशनरों को बकाया 14% महंगाई राहत दिलाये
कथनी और करनी में अंतर न हो
रायपुर। भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं छत्तीसगढ़ राज्य सँयुक्त पेंशनर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता राहुल गांधी को उनके द्वारा महंगाई भत्ता को लेकर दिये गए बयानों की मर्यादा रखकर छत्तीसगढ़ आगमन पर पेंशनरों को उनका जायज हक दिलाकर जुलाई 19 से अबतक केन्द्र सरकार द्वारा घोषित बकाया 14त्न प्रतिशत महंगाई राहत एरियर सहित भूपेश सरकार से तत्काल दिलाने की मांग की है।
जारी विज्ञप्ति में राहुल गांघी द्वारा पूर्व में महंगाई भत्ता को लेकर समय समय दिये गए ट्वीट तथा बयानों का हवाला देते हुए कहा है कि पूर्व में दिये गये बयान में उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा रोके गए महंगाई राहत/भत्ता को लेकर केन्द्र सरकार के रवैये पर नाराजगी व्यक्त कर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे है और इस विषय पर केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता को रोक रखे जाने को लेकर गत दिनों दिये अपने बयान में कहा है कि कोरोना से जूझकर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है। एक अन्य बयान में उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि कोविड महामारी में भी देश सेवा में जुटे 113 लाख कर्मचारियों का साहस बढ़ाने के बजाय केंद्र सरकार उनकी मेहनत की कमाई छीनने में लगी है।सैनिकों,सरकारी कर्मचारियों व पेंशनर्स से रु.37500 करोड़ की लूट करना अपराध है।
कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांघी इन बयानों पर प्रतिक्रिया में उनके विचार का स्वागत करते हुए कहा है कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा घोषित जुलाई 19 से लेकर अब तक बकाया 14त्न महंगाई राहत को दबाये हुये है, जबकि कांग्रेस शासित सभी राज्यो के के साथ साथ अन्य दूसरे राज्यो में भी 31त्न महंगाई राहत दिया जा रहा है इसके ठीक उलट छत्तीसगढ़ राज्य में मात्र 17त्न प्रतिशत दिया जा रहा है जिसके कारण राज्य के पेन्शनर एवं कर्मचारी व्यथित है। आपके कथनी और करनी में अंतर न हो और अपने बयान की मर्यादा रखते हुए छत्तीसगढ़ आगमन पर भूपेश सरकार को निर्देश देकर राज्य के पेंशनरों और कर्मचारियों को बकाया महंगाई राहत भत्ता एरियर सहित दिलाने की मांग राहुल गांधी से की है।