रायपुर.
छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत कई आरोपियों के करीब 205.49 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है. कोर्ट ने एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेवर, पूर्व आईएएस अरुणपति त्रिपाठी व अरविंद सिंह को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. तीनों आरोपी 16 मई तक जेल में रहेंगे.
इस मामले में नोएडा एसटीएफ ने इससे पहले छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाला मामले के आरोपी विधु गुप्ता को गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि विधु गुप्ता ग्रेटर नोएडा की कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. इससे पहले गुरुवार को एक स्पेशल कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन को 6 दिनों की ईओडब्ल्यू की रिमांड पर सौंप दिया था. उन्हें 8 मई को दोबारा अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.
क्या है पूरा मामला
ईडी के अनुसार वर्ष 2017 में अच्छे मकसद के साथ CSMCL के जरिए शराब की खरीद और बिक्री का प्रावधान बनाया गया था. प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर ने आपराधिक सिंडिकेट का गठन कर भ्रष्टाचार किया. उसने 2019 में अरुणपति त्रिपाठी को CSMCL का MD नियुक्त करवाया और शराब की बिक्री से जुड़े कामों के लिए सारे कॉन्ट्रैक्ट अपने सिंडिकेट के लोगों को दिलवाया. ईडी ने दावा किया है कि इस मामले में करीब 2161 करोड़ का घोटाला हुआ है.