रायपुर.
कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा और प्रदेश कांग्रेस नेताओं के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विवाद के बाद पहली बार कांग्रेस प्रदेश कार्यालय रायपुर पहुंची राधिका खेड़ा ने कहा कि मैं सबसे बात करूंगी। अभी पार्टी स्तर पर जांच चल रही है। तब तक मैं कुछ भी नहीं कहूंगी। यह नैतिक तरीका नहीं है कि मैं अभी कुछ आपसे बात करूं। जो भी प्रक्रिया चल रही है, उसके बाद मैं खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी बात आप सबके सामने रखूंगी। सारी इंक्वारी चल रही है। अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि मैं भी खुद रायपुर में हूं। मैं कहीं नहीं गई हूं। मैं मीडिया में किसी सवाल से भागूंगी नहीं।
उन्होंने कहा कि मैं अभी भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस मीडिया की प्रभारी हूं। जैसे भी आगे की प्रक्रिया होगी उस संबंध में हम बात करेंगे। मैंने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज से विवाद मामले में बात करने आई थी। मेरी उनसे बात हो गई है। चुनाव का समय है। हम काम कर रहे हैं, जैसे ही आगे बात होगी। हम सब आप सबको बताऊंगी। मैं मीडिया में किसी सवाल से भागूंगी नहीं। पत्रकारों के अन्य सवालों के जवाब पर कहा कि अभी मुझे अस्पताल जाना है। मेरी तबीयत ठीक नहीं है। प्लीज मुझे जाने दीजिए आप सब जानते हैं। कांग्रेस के मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा ने मामले में पीसीसी से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन रिपोर्ट भेजने की बजाय पीसीसी की तरफ से सुलह कराने की कोशिश की जा रही है। राधिका को पीसीसी कार्यालय बुलाया गया है। शुक्रवार की देर शाम राधिका अपनी मां के साथ पहली बार कांग्रेस मुख्यालय पहुंची। कांग्रेस भवन के बाहर मीडिया ने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। मैं मानसिक रुप से परेशान हूं। थोड़ा सा समय दीजिए मैं जरुर बात करुंगी। उन्होंने कहा कि मैं अभी स्थिति ऐसी नहीं है कि बात कर सकूं। इसके बाद वो पीसीसी चीफ दीपक बैज के कमरे में पहुंचीं, जहां बैठक चल रही है।
दूसरी ओर आरोपों से घिरे प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ल कार्यालय में ही अपने कक्ष में बैठे रहे। बताया जाता है कि वो बैठक में शामिल नहीं हुए। दूसरी ओर राधिका खेड़ा के निकलने के बाद मामले के दो गवाहों और सुशील आनंद शुक्ला को अध्यक्ष के कमरे में बुलाया गया है।