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शराब घोटाले मामला: ED ने कथित तौर पर शराब घोटाले में गिरफ्तार लोगों की प्रापर्टी अटैच करनी शुरू कर दी, करोड़ों की संपत्ति सीज

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रायपुर
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित दो हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले से जुड़ी एक खबर आ रही है। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित तौर पर शराब घोटाले में गिरफ्तार लोगों की प्रापर्टी अटैच करनी शुरू कर दी है। ईडी ने शराब घोटाले के आरोपित पूर्व आइइएस अनिल टुटेजा और कारोबारी अनवर ढेबर सहित अन्‍य की करोड़ों की संपत्ति सीज कर दी है। ईडी ने एक्स हैंडल पर इस कार्रवाई की जानकारी दी है।

ईडी रायपुर के अनुसार 18 करोड़ रुपये मूल्य की 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाले की चल रही जांच में पूर्व आइएएस अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अन्य से संबंधित 205.49 करोड़ (लगभग) संपत्तियों को कुर्क किया है। छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का है। दो हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए आरोपितों की जब्त की गई अधिकांश अचल संपत्ति वीआइपी रोड के आसपास तथा नवा रायपुर में है।

शराब घोटाले के इन आरोपितों की संपत्ति कुर्क
ईडी की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि कुर्क की गई संपत्तियों में अनिल टुटेजा की 15.82 करोड़ रुपये की 14 संपत्तियां, अनवर ढेबर की 116.16 करोड़ रुपये की 115 संपत्तियां, आबकारी के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रुपये की संपत्ति, त्रिलोक सिंह ढिल्लन की 28.13 करोड़ रुपये की नौ संपत्तियां, विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू की 1.54 करोड़ रुपये की और शराब कारोबारी अरविंद सिंह से जुड़ी 12.99 करोड़ रुपये की 33 संपत्तियां, त्रिलोक सिंह ढिल्लन की 28.13 करोड़ रुपये की नौ संपत्तियां, नवीन केडिया के 27.96 करोड़ रुपये के आभूषण और आशीष सौरभ केडिया/दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की 1.2 करोड़ रुपये की चल संपत्तियां को कुर्क किया गया है। ईडी ने बताया कि अनवर ढेबर कुर्क की गई सपंत्तियों में रायपुर जेल रोड़ स्थित होटल वेनिंगटन कोर्ट भी शामिल है, जो उनकी फर्म ढेबर बिल्डकान द्वारा चलाया जा रहा है। इसके अलावा एक व्यवसायिक इमारत 'अकार्ड बिजनेस टावर' भी शामिल है। कुर्क की गई सभी सम्पत्तियों की कुल कीमत 205.49 करोड़ रुपये है।

कल तक ईडी रिमांड में है टुटेजा
ईडी ने दावा किया था कि टुटेजा की कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया। टुटेजा पिछले साल सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें आखिरी बार छत्तीसगढ़ के उद्योग और वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। उच्चतम न्यायालय द्वारा आयकर विभाग की शिकायत पर आधारित उसकी पिछली प्राथमिकी को रद्द करने के बाद ईडी ने कथित शराब घोटाले के सिलसिले में मनी लांड्रिंग का नया मामला दर्ज किया था। टुटेजा को 30 अप्रैल को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने उन्हें चार मई तक के लिए ईडी रिमांड पर भेज दिया था। टुटेजा से हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।

इस घोटाले में पूर्व मंत्री समेत 70 लोगों पर दर्ज है एफआइआर
शराब घोटाले में पूर्व मंत्री, आइएएस अफसर, पूर्व आबकारी अधिकारी और बड़े कारोबारी शामिल हैं। इनमें अनिल टुटेजा 2003 बैच के आइएएस अफसर हैं जो अभी ईडी की रिमांड में हैं। वहीं कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन आठ मई तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर है। इसके अलावा कारोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी 16 मई तक जेल में हैं।

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