भोपाल
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान से पहले बीजेपी मध्य प्रदेश में अपनी संगठनात्मक पकड़ मजबूत करने में जुट गई है. दरअसल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हाल ही में मध्य प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने भोपाल में बीजेपी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे. इस मीटिंग के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने मंत्रियों और विधायकों को खास निर्देश दिए थे. उन्होंने हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी दी थी. गृह मंत्री की नाराजगी और सलाह के बाद मध्य प्रदेश के सभी मंत्री-विधायक सक्रिय हो गए हैं.
शाह की फटकार के बाद बदली रणनीति
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह की नाराजगी और सलाह के बाद मध्य प्रदेश के सभी मंत्री-विधायक सक्रिय हो गए हैं. मंत्री और विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में एक्टिव हैं. राज्य की जिन 12 सीटों पर चुनाव हुए हैं, उनके अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के मंत्री और विधायक राज्य की अन्य सीटों पर प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का बिठाना है गणित
अमित शाह ने प्रत्येक विधायक-मंत्री को एक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी दी थी. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने सभी बीजेपी मंत्रियों और विधायकों को निर्देश देते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है. ये रिपोर्ट कार्ड ही मंत्रियों और विधायकों का आगे का राजनीतिक भविष्य तय करेगा.
विधायक और मंत्री अलर्ट
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में अभी दो चरणों की वोटिंग बाकी है. राज्य की 17 सीटों पर दो चरणों में मतदान होना है. वहीं पहले और दूसरे चरण में राज्य की 12 सीटों पर मतदान हो चुका है. अब राज्य में 7 मई को तीसरे चरण का चुनाव होना है, जबकि चौथे चरण के लिए 13 मई को मतदान होना बाकी है. राज्य की बाकी बची सीटों के लिए बीजेपी विधायक और मंत्री पूरी तरह से अलर्ट हैं.
रिपोर्ट कार्ड ही तय करेगा आगामी राजनीति भावी भविष्य
मालूम हो कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीते दिनों दो दिवसीय मध्य प्रदेश के दौरे पर आए थे. इस दौरान अमित शाह ने भोपाल में बीजेपी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस मीटिंग के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित संगठन के बड़े पदाधिकारी मौजूद थे.
देर रात को हुई इस मीटिंग के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्री-विधायकों के लिए निर्देश देते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के परिणाम और रिपोर्ट कार्ड ही मंत्री और विधायकों का आगामी राजनीति भावी भविष्य तय करेगा.
विधायकों को सक्रिय रहने के दिए थे निर्देश
बैठक के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी स्थानीय विधायकों को दी थी. उन्होंने विशेष तौर पर बीजेपी विधायकों को और सक्रिय रहने के निर्देश दिए थे. शाह ने प्रत्येक विधायक-मंत्री को एक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी दी थी. शाह ने विधायक को हिदायत देने के साथ ही निर्देश देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है. यह रिपोर्ट कार्ड ही पार्टी या सरकार में उनकी भावी भूमिका का आधार होगा.
शाह के निर्देशों पर अमला
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के संग्राम में दो चरणों के मतदान और बचे हैं. दो चरणों में प्रदेश की 17 सीटों पर मतदान होना है. जबकि पहले और दूसरे चरण में प्रदेश की 12 सीटों पर मतदान हो चुके हैं. अब सात मई को प्रदेश में तीसरे चरण में चुनाव होना है, जबकि आगामी 13 मई को चौथे चरण के लिए मतदान होना शेष रह गए हैं. शेष बची प्रदेश की 17 सीटों के लिए बीजेपी के विधायक और मंत्री पूरी तरह से अलर्ट हैं. बीजेपी के मंत्री और विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
सीएम सहित 163 विधायक, दो कांग्रेस से आए
बता दें हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी के 163 विधायक चुनाव जीतकर आए थे, जबकि कांग्रेस के 66 विधायकों ने जीत दर्ज की थी, वहीं एक निर्दलीय विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. इधर दल बदल की राजनीति के चलते दो कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीएम डॉ. मोहन यादव सहित 163 विधायक लोकसभा चुनावों के लिए पूरी तरह से सक्रिय हैं.