नई दिल्ली। एजीआर भुगतान के दबाव को कम करने के लिए कंपनियां अपने प्रीपेड टैरिफ में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो जियो, एयरटेल और वोडा-आइडिया तीनों के ही प्रीपेड प्लान आने वाले समय में महंगे हो सकते हैं।
दूरसंचार विशेषज्ञों का भी अनुमान है कि एजीआर का भुगतान करने के लिए मोबाइल कंपनियां रिचार्ज शुल्क में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकती है। यह दो महीने के अंदर दूसरी बढ़ोतरी होगी। अगर कंपनियां टैरिफ बाउचर में 10 फीसदी भी इजाफा करती हैं, तो इससे उन्हें अगले 3 वर्षों में 35 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है।