सुकमा
लोकसभा चुनाव में मतदान के बीच बस्तर लोकसभा सीट से हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। बस्तर लोकसभा सीट में एक ऐसा पोलिंग बूथ है जहां आज दोपहर 3 बजे चुनाव खत्म होने तक एक भी वोट नहीं पड़ा है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने मतदान को लेकर जो आकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार अब तक 58.18 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके साथ ही खबर यह निकल कर आ रही है कि बस्तर में एक मतदान केंद्र ऐसा भी है जहां दोपहर तीन बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सुकमा जिले में पूरे क्षेत्र का खूखार और चर्चित नक्सली हिड़मा के पूवर्ती गांव को सुरक्षा के लिहाज से सबसे संवेदनशील माना जाता है। यही वजह रही है कि प्रशासन यहां के बूथ को दूसरे इलाके में शिफ्ट कर दिया है। सिलगेर में पूवर्ती के पोलिंग को शिफ्ट करते हुए यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच वोटिंग कराई गई है। सुरक्षा के इंतजाम होने के बाद भी पूवर्ती गांव के 1 भी वोटर ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है।
नक्सली मतदान करने वालों की काट देते हैं उंगलियां
सुकमा जिले के अंतर्गत आने वाले पूवर्ती गांव को लेकर बताया जाता है कि पिछले 3 दशक से इस गांव के लोगों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया है। इसके पीछे की वजह नक्सलियों का आंतक है। बताया जाता है कि यहां नक्लसी वोट करने वालों कि उंगलियों को काट देते हैं। यह डर आज भी यहां के लोगों के मन नक्सलियों को लेकर डर बन हुआ है। खबरों की माने तो वोट करने के बाद यहां के लोगों के उंगलियों में स्याही नहीं लगाने के निर्देश भी दिए गए थे, बावजूद इसके यहां गांव के एक भी मतदाता ने वोट नहीं किया है। बतादें कि पिछले कुछ महीने पहले ही नक्सली लीडर हिड़मा के पूवर्ती गांव में सुरक्षाबलों के जवानों ने लोगों के बीच पहुंचकर मेडिकल कैंप लगाया था।