Home विदेश इन्फ्लूएंजर को अपने एक महीने के बेटे की मौत पर आठ साल...

इन्फ्लूएंजर को अपने एक महीने के बेटे की मौत पर आठ साल की सजा सुनाई

27
0

मास्को,
 रूस की इन्फ्लूएंजर को अपने एक महीने के बेटे की मौत पर आठ साल की सजा सुनाई गई। वह बेटे को मां का दूध नहीं पीने देता था, वह उसे धूप के जरिए ही जिंदा रखना चाहता था। साथ ही वह दूसरों के लिए एक उदाहरण सेट करना चाहता था कि सिर्फ सूरज की रोशनी से जीवित रहा जा सकता है। कुपोषण और निमोनिया से बच्चे की मृत्यु हुई है।

रूस की एक अदालत में बढ़ा अजीबो-गरीब केस आया। जिसमें एक महीने के बच्चे कोसमोस जिसका वजन 3.5 पाउंड था, उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। चिकित्सकों का कहना है कि वह पहले से ही काफी कमजोर था। उसकी माता ओक्साना मिरोनोवा और पिता मैक्सिम ल्युटी को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की सुनवाई के दौरान कोसमोस की मां ने जो खुलासा किया, उसे अदालत में बैठे सब लोग हैरान रह गए। उसने बताया कि मैक्सिम ल्युटी आलौकिक शक्तियों के लिए बेटे पर अजीब-अजीब प्रयोग किया करता था। प्रसव पीड़ा के दौरान जब मिरोनोवा के अस्पताल ले जाने की बारी आई तो उसने मना कर दिया। घर पर ही मिरोनोवा का प्रसव कराया गया।

बेटे का जन्म हुआ उसका नाम कोसमोस रखा। लेकिन अब कोसमोस और मिरोनोवा के साथ प्रताड़ना शुरू हुई। ल्युटी को मिरोनोवा को जबरन शाकाहारी भोजन करवाया, जिसमें जामुन इत्यादि खिलवाए। उसका मानना था कि इससे शरीर में आध्यात्मिक ऊर्जा का विकास होता है।

उसके बाद तो उसने हद कर दी। उसने मिरोनोवा को बच्चे को  दूध पिलाने के लिए भी मना कर दिया। मिरोनोवा की बहन ने अदालत में बताया कि ल्युटी का मानना था कि सूर्य ही बच्चे को दूध पिला रहा है। उसने बताया कि मिरोनोवा कई बार ल्युटी से छिपकर बेटे को दूध पिलाती है। लेकिन उसे हमेशा डर रहता था कि की ल्युटी को पता न चल जाए। मिरोनोवा की बहन ओलेसा ने कहा कि एक बच्चा सूर्य के भरोसे कैसे जीवित रह सकता है, उसे मां के दूध की आवश्यकता तो होती ही है।

मिरोनोवा ने बताया कि ल्युटी अपने बेटे कोसमोस में आलौकिक शक्तियां चाहता था, वह उस पर एक प्रयोग भी कर रहा था। वह चाहता था कि कोसमोस सिर्फ सूर्य की रोशनी के सहारे ही जीवित रहे। बीमार होने पर उसे दवाई नहीं देता था, बल्कि उसने कोसमोस को ठंडे पानी से नहलाया, सिर्फ इसलिए कि इससे बच्चा मजबूत होगा।

मिरोनोवा की मां ने बताया कि पागल था ल्युटी
ओक्साना मिरोनोवा की मां गैलिना ने बच्चे की मौत पर अफसोस जताते हुए कहा कि मैंने महसूस किया कि उसमें कुछ तो अलग से वह आम लोगों की तरह नहीं था, वह पागल था। उन्होंने कहा कि मिरोनोवा उसके लिए बलि का बकरा थी। जब भी उसकी मां उसे समझाने की कोशिश करती वह उनकी बातों को अनसुनी कर देती थी। उन्होंने बताया कि ल्युटी चाहता था कि कोसमोस ऐसा आदमी बने जो केवल सूरज की रोशनी खाता-पीता हो।

ल्युटी ने जल्द रिहा होने की सोशल मीडिया पर की थी पोस्ट
ल्युटी ने जनवरी में एक सोशल मीडिया पर पोस्ट की। जिसमें उसने कहा था कि उसे जल्दी रिहा होने की उम्मीद है। मामले की सुनवाई के आखिरी समय पर उसने कहा कि वह जानबूझकर गंभीर शारीरिक नुकसान पहुंचाने के कारण हाई सिक्योरिटी जेल में आठ सालों के लिए कैद है। हालांकि कारावास में उसने काफी हरकतों में सुधार किया है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here