दुर्ग/भिलाई.
सुपेला थाना क्षेत्र के वीआई कैफे में हुक्काबार के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची पुलिस को ऑनलाइन सट्टा का पैनल मिल गया। इस हुक्काबार के संचालक प्रांशु गुप्ता और ऋषभ गुप्ता हुक्का की आड़ में ऑनलाइन सट्टा का पैनल संचालित करते थे। पुलिस ने दोनों सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है।
भिलाई नगर एएसपी सिटी सुखनंदन राठौर ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वीआईपी कैफे में हुक्काबार का संचालन किया जा रहा है। यहां नाबालिक लड़के और लड़कियो को हुक्का परोसा जाता है। सूचना के आधार पर पुलिस ने छापामारे की, जहां हुक्का की आड़ में ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा था। पुलिस को आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, कुछ मोबाइल व बड़ी मात्रा में सिम कार्ड मिले। पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस ने लैपटॉप को चेक किया तो उसमें महादेव पैनल की आईडी संचालित होना पाया गया। इसके बाद पुलिस ने कैफे की तलाशी ली, जहां से पुलिस को चार हुक्का पाट, 16 तम्बाकू युक्त विभिन्न कंपनियों के फ्लेवर, 50 सिम, 15 आईडीएफसी बैंक की चेकबुक, एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। पकड़े गया आरोपी ऋषभ गुप्ता काफी शातिर किस्म का अपराधी है। उसके खिलाफ पिछले साल सोनीपत (हरियाणा) में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज हो चुका है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा दिया है। जानकारी के अनुसार वीआईपी कैफे अवैध हुक्काबार संचालित करने के नाम से बदनाम है।
हुक्काबार संचालक द्वारा देर रात के 12 से 1 बजे तक लड़के-लड़कियां हुक्का और सिगरेट के छल्ले उड़ाने आते हैं। कैफे के अंदर ही एक कमरा बना हुआ है। साथ ही उसके बगल से एक कपड़े की दुकान लगी है, जब पुलिस छापा मारने आती है तो हुक्काबार के संचालक लड़के-लड़कियों को पीछे के रास्ते से या कपड़े की दुकान के रास्ते बाहर निकाल देते हैं।