कोविड से बचाव के तरीकों को अपनाना कोविड की परेशानी से बेहतर
कवर्धा। जिले में कोविड की चपेट में आने वालों की संख्या में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, आप सभी से अपील है कि कोविड से बचाव के तरीके, जैसे – मास्क पहनना , दो गज दूरी में रहना, अनावश्यक रूप से भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना , कोविड टीका का सभी डोज आवश्यक अंतराल उपरांत लगवाना इत्यादी का पालन जरूर करें।
पूरे मानव समाज को कोविड की दूसरी लहर के समय बहुत ही दुखद स्थिति का सामना करना पड़ा था। दुबारा कभी भी वैसे हालात पैदा न हो इसके लिए जरूरी है कि लक्षण ( सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द, स्वाद या सूंघने की क्षमता में कमी, सिर दर्द आदि) आने पर तत्काल उपचार और जांच करवाया जाए। कोविड के अधिकांश मामलों में उपचार में की गई देरी ही जानलेवा साबित हुई है। अत: आप सभी से अपील है कि स्वास्थ्य विभाग की दल व मितानिनों द्वारा जो साप्ताहिक सामुदायिक सर्वे किया जा रहा है, उस टीम को अपने सेहत के सम्बंध में सही जानकारी देकर कोविड के जानलेवा जोखिम से सुरक्षित रहें। जनवरी के पहले सप्ताह में जिले में कोविड के मात्र चुनिंदा प्रकरण ही सामने आए थे और श्चशह्यद्बह्लद्ब1द्बह्ल4 दर 0.01 प्रतिशत थी जो महज 15 दिनों में लगभग 200 गुना बढ़कर 2 प्रतिशत हो चुका है। यदि हम कोविड के बचाव के तरीकों को अब नही अपनाएंगे तो यह स्थिति बहुत जल्द ही भयावह हो सकती है।
अत: सावधानियां, जागरूकता और कड़ाई से कोविड में उपयुक्त व्यवहारों का पालन आवश्यक है।
कुछ लोग समझते हैं कि वे स्वास्थ्य दल या जिला प्रशासन को धोखा दे सकते हैं, उनसे सिर्फ इतना निवेदन करना चाहूंगा कि कोविड नियंत्रण के लिए सभी व्यस्थाएँ , निर्देश या अपील सबके जान की सुरक्षा के लिए की जा रही है। लापरवाही करके आप स्वयं को कोविड के खतरे में न डालें और सतर्कता बरतकर सभी को सतर्क रहने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि कोविड को धोखा नही दिया जा सकता है, लापरवाही करने पर इसके हमले से इंकार नही किया जा सकता और उपचार में देरी जानलेवा सिद्ध हो सकती है।
जिला कलेक्टर
रमेश कुमार शर्मा