सागर
आचार्य विद्यासागर महाराज की तपोस्थली कुंडलपुर में 16 अप्रैल को आचार्य पद पदारोहण महोत्सव होगा। समय सागर महाराज आचार्य विद्यासागर महाराज के उत्तराधिकारी के रूप में आचार्य पद स्वीकार करेंगे। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल होंगे। महोत्सव में देशभर से 400 से ज्यादा जैन मुनि शामिल होंगे।
एक साथ 2 लाख लोग बैठ सकेंगे
महोत्सव के लिए 7 एकड़ जमीन पर मुख्य पंडाल अलग से बनाया गया है। यहां आचार्य पद पदारोहण का कार्यक्रम होगा। पंडाल ढाई लाख वर्गफीट में तैयार किया गया है। इसके बीचों-बीच 10 फीट ऊंचाई पर आचार्य समय सागर महाराज विराजेंगे। वरिष्ठता के आधार पर जमीन से 6 फीट, 5 फीट, 4 फीट की ऊंचाई पर मुनि संघ के विराजमान की व्यवस्था की गई है। पंडाल में एक साथ 2 लाख लोग बैठ सकेंगे।
50 हजार लोग एक साथ कर सकेंगे भोजन
महोत्सव के लिए मुख्य कार्यक्रम स्थल से लगी 2 भोजनशाला बनाई गई हैं। इनमें लोगों के बैठकर खाना खाने की व्यवस्था रहेगी। एक भोजनशाला में एक साथ 25 हजार से अधिक लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। भोजनशाला में सुबह 8 से शाम 7 बजे तक भोजन मिलेगा। यहां 2 लाख से अधिक लोगों के खाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही भोजन के 50 हजार पैकेट भी तैयार करवाए गए हैं।
आयोजन के लिए किसानों ने नि:शुल्क दी जमीन
महोत्सव के लिए तीर्थ क्षेत्र के आसपास रहने वाले किसानों ने मंदिर समिति को नि:शुल्क जमीन दी है। जिस पर पंडाल, एसी रूम, भोजनशाला समेत अन्य तैयारियां की जा रही हैं। किसान तुलसीराम कुशवाह ने बताया कि आयोजन के बाद मंदिर समिति खेतों को व्यवस्थित कराकर वापस देती है। पहले भी किसान आयोजन की तैयारियों के लिए जमीन देते रहे हैं। आयोजन के लिए करीब 100 एकड़ जमीन किसानों नि:शुल्क दी है।
ऐसा दमकेगा द्वार…
11 एकड़ में तैयार हो रहे मुख्य पंडाल का मुख्य गेट सोने की तरह दमकेगा। इसे बनाने के लिए जोधपुर से 250 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। गोल्डन लुक में इसमें आकर्षक लाइट्स की कलाकारी भी देखने मिलेगी। करीब 50 लाख से अधिक खर्च कर इसे तैयार किया जा रहा है।
दुबई-यूएस से बुकिंग
महोत्सव में विदेशों से भी भक्त शामिल होने को आतुर हैं। समिति के बनाए आवासों में दुबई और यूएस के भक्तों ने बुकिंग कराई है। एनआरआइ फोन पर लगातार संपर्क कर रहे हैं।
यूरोप से लाई गई लाइट्स
यूरोप से 5 हजार से अधिक आकर्षक लाइट्स मंगवाकर बड़ेबाबा के मंदिर में लगाई जा रही हैं। इन्हें क्ह्रश्वयूटर से ऑपरेट कर डिजाइन और रोशनी में बदलाव किया जा सकता है। बड़ेबाबा मंदिर में अधिकांश काम हो गया है, जबकि सहस्त्रकूट मंदिर और अन्य जगहों पर लाइटिंग का काम जारी है। कुंडलपुर में आकर्षक लाइटिंग की स्थाई व्यवस्था की जा रही है।
रूट मैप जारी किया
15 से 17 अप्रेल तक कुंडलपुर जाने और आने वाले वाहनों का मार्ग, डायवर्सन, वन-वे एवं पार्किंग व्यवस्था की गई है।