पटना
लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए राजनेता भगवान की शरण में पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और गया लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी जीतन राम मांझी विष्णुपद मंदिर में गर्भ गृह में भगवान विष्णु की विशेष पूजा की। बता दें कि जीतन राम मांझी ने नामांकन से पहले अयोध्या में भगवान श्री राम का दर्शन किया था। वहीं अब मतदान के पहले भगवान विष्णु की शरण में पहुंचे थे। गया में 19 अप्रैल को मतदान होगा।
पूजा करने के बाद मांझी ने कहा कि विष्णुपद ऐतिहासिक स्थान है। जब ताज कॉरिडोर हो सकता है बनारस कॉरिडोर हो सकता है तो विष्णुपद कॉरिडोर भी होगा। यह हमारे मन में संकल्प है। उन्होंने कहा कि हमारे बारे में लोग पूजा के बारे में दूसरा अर्थ रखते हैं। विष्णु मंत्र का उच्चारण करते हुए कहा कि हम स्नान करते वक्त 5 से 6 मंत्र देवी देवताओं का पढ़ते हैं। हम अंदर से विश्वास रखते हैं और उसी विश्वास के कारण हम विष्णुपद आएं हैं। मांझी ने आगे कहा कि अच्छा और बड़ा काम करने के पीछे सबके आशीर्वाद की आवश्यकता होती है, इसलिए आशीर्वाद लेने आए हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धर्म पर हमने कभी कुछ नहीं कहा सनातन धर्म ही तो एक ऐसा धर्म है, जहां जात-पात की बात नहीं होती है। सनातन धर्म के बाद विकृतियां आई हैं। जैसे गंगा गंगोत्री से निकलकर हरिद्वार में उतरती है उसके बाद गंगा मैली हो जाती है, लेकिन हरिद्वार का पानी बहुत पवित्र होता है। उसी प्रकार से सनातन धर्म में शुरू से ही हमलोग पैदा हुए हैं। उस समय इधर उधर की कोई बात नहीं थी। कालांतर में कुछ लोग कर दिए तो उनका विरोध कभी–कभी करते हैं। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले जीतन राम मांझी भगवान राम को काल्पनिक पात्र बताया था। इसके अलावा ब्राह्मणों के विरोध में भी विवादित बयान दिया था।