भोपाल
रीवा में एक 6 साल का मासूम बोरवेल में गिर गया है। इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश की मोहन सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि एमपी सरकार और कितने बच्चों की बलि लेगी। बता दें कि अभी तक बच्चे का रेस्क्यू किया जा रहा है।
फिर एक बच्चा बोरवेल में गिरा, फिर सरकारी बयान आया कि सभी खुले बोरवेल बंद करने के निर्देश दिए जाएंगे। रीवा जिले में 6 साल का आदिवासी बच्चा मयंक शुक्रवार से बोरवेल में फंसा है, जिसे निकाला नहीं जा सका। इस पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोहन सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि मोहन सरकार की कार्रवाई सिर्फ कागजों में ही होती है।
दरअसल, शुक्रवार को रीवा में एक 6 साल का मयंक नामक आदिवासी बच्चा बोरवेल में गिर गया है। अब विपक्ष इसको लेकर प्रदेश की मोहन सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्विटर पर लिख है कि फिर एक बच्चा बोरवेल में गिरा, फिर सरकारी बयान आया कि सभी खुले बोरवेल बंद करने के निर्देश दिए जाएंगे। रीवा जिले में 6 साल का आदिवासी बच्चा मयंक शुक्रवार से बोरवेल में फंसा है, जिसे निकाला नहीं जा सका। एमपी में पिछले 5 साल में 9 बच्चे इन खुले बोरवेल में गिरकर काल का ग्रास बन चुके हैं।
शिवराज सिंह बोरवेल को कोसते हुए विदा हो गए
सिंघार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अभी तक सरकार कोई ऐसी व्यवस्था नहीं बना सकी, जिससे खुले बोरवेलों का डाटा जुटाया जा सके। जबकि, PHE विभाग की कागजी कार्रवाई लंबे समय से जारी है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जी भी बोरवेल को कोसते हुए विदा हो गए, अब वही मोहन यादव कर रहे हैं।
उमंग सिंघार ने मोहन सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अव्यवस्था से भरी MP सरकार और कितने बच्चों की बलि लेगी। गौरतलब है कि रीवा में बोरवेल में गिरे मासूम को बचाने के लिए अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। शुक्रवार को छह साल का मासूम बोरवेल में गिर गया। रात से लगातार 8 से 10 जेसीबी खुदाई के काम में लगी हैं, लेकिन अभी तक बच्चे को बाहर नहीं निकाला जा सका है। रीवा जिले में रात में हुई बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही थी। बताया जा रहा है कि बच्चा करीबी 160 फीट गहराई में फंसा है।