कैंडिडेट्स शतरंज : गुकेश को नेपोम्नियाश्चि के साथ संयुक्त बढत
पंद्रह साल की आनंदी ने यूरोचैलेंज सेलिंग स्पर्धा में कांस्य जीता
कि से हारे लक्ष्य सेन, बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के पहले दौर से बाहर
टोरंटो
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने अजरबैजान के निजात अबासोव को एक कड़े मुकाबले में हराकर रूस के इयान नेपोम्नियाश्चि के साथ संयुक्त बढत हासिल कर ली है और फिडे शतरंज टूर्नामेंट के पांचवें दौर में जीत दर्ज करने वाले वह इकलौते भारतीय बने।
डबल राउंड रॉबिन टूर्नामेंट के नौ दौर अभी बाकी है। गुकेश और नेपोम्नियाश्चि 3.5 अंक लेकर शीर्ष पर हैं जबकि अमेरिका के शीर्ष वरीयता प्राप्त फेबियानो कारूआना उनसे आधा अंक पीछे हैं। अमेरिका के हिकारू नकामूरा ने फ्रांस के फिरोजा अलीरजा को हराया जबकि भारत के आर प्रज्ञानानंदा ने नेपोम्नियाश्चि के साथ ड्रॉ खेला। विदित गुजराती ने कारूआना के साथ ड्रॉ खेला।
प्रज्ञानानंदा और नकामूरा 2.5 अंक लेकर चौथे स्थान पर हैं जबकि गुजराती के दो अंक हैं। अलीरजा और अबासोव 1.5 अंक लेकर आखिरी स्थान पर हैं। महिला वर्ग में चारों मुकाबले ड्रॉ पर छूटे। प्रज्ञानानंदा की बहन आर वैशाली ने अन्ना मुजिचुक से और कोनेरू हम्पी ने रूस की अलेक्जेंद्रा गोरियाश्किना से ड्रॉ खेला।
शीर्ष पर काबिज चीन की झोंग्यी तान को बुल्गारिया की नूरगुल सलीमोवा ने और रूस की कैटरीना लागनो को चीन की टी लेइ ने ड्रॉ पर रोका। वैशाली 2.5 अंक लेकर संयुक्त तीसरे स्थान पर है जबकि हम्पी उनसे आधा अंक पीछे है।
पंद्रह साल की आनंदी ने यूरोचैलेंज सेलिंग स्पर्धा में कांस्य जीता
मुंबई,
भारत की 15 वर्षीय आनंदी नंदन चंदावरकर ने इटली में आयोजित ओपन स्किफ यूरोचैलेंज सेलिंग (नौकायन) प्रतियोगिता मिश्रित वर्ग में कांस्य पदक जीतने के साथ लड़कियों की अंडर-17 वर्ग की स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया।
इस प्रतियोगिता में अंडर-15 और अंडर-17 आयु वर्ग में 130 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
इस प्रतियोगिता का आयोजन पांच से सात अप्रैल तक सिरकोलो वेला अरको के गार्डा ट्रेनटिनो में हुआ था। इसमें 10 देशों से लगभग 200 नौकायन खिलाड़ियों ने भाग लिया।
आनंदी ने यहां जारी मीडिया विज्ञप्ति में कहा, ‘‘यह जीत इस खेल में मेरी कड़ी मेहनत को दर्शती है। यह खेल के प्रति मेरी उत्साह को दिखाता है।''
कि से हारे लक्ष्य सेन, बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के पहले दौर से बाहर
निंगबो,
भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के पुरूष एकल पहले दौर में शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन के शि यू कि से हारकर बाहर हो गए। विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता सेन को 53 मिनट तक चले मुकाबले में 19.21, 15.21 से पराजय झेलनी पड़ी।
भारत के प्रियांशु राजावत भी पहले दौर में हार गए। उन्हें आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशिया के ली जि जिया ने 21.9, 21.13 से हराया। महिला युगल में रूतुपर्णा और श्वेतपर्णा पांडा भी चीन की सातवीं वरीयता प्राप्त झांग शू शियान और झेंग यू डब्ल्यू से 8.21, 12.21 से हार गई।
सेन ने चीनी प्रतिद्वंद्वी को काफी कठिन चुनौती दी और कोर्ट के चारों ओर दौड़ाया। कि ने हालांकि लंबी रैलियां लगाकर बढत बना ली और लगातार पांच अंक लेकर यह बढत 16.14 की कर ली। सेन ने 19.19 से बराबरी की लेकिन कि ने दो अंक लेकर पहला गेम जीता।
दूसरे गेम में भी यही कहानी रही और ब्रेक तक मुकाबला बराबरी का था। सेन ने एक समय 9.8 से बढत बना ली थी लेकिन फिर स्कोर 11.12 हो गया। इसके बाद सेन ने कई गलतियां की और थकान हावी होने से अंक भी गंवाये।