कोलकाता
बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में चुनाव के समय इस्तेमाल होने वाली सभी गाड़ियों में जीपीएस लगाने का निर्णय लिया गया है। गाड़ियां सही रूट पर जा रही हैं या नहीं, कहीं और तो नहीं पहुंचीं और किसी तरह की कोई छेड़छाड़ ना हो, यह सुनिश्चित किया जा सकेगा।
पहले के चुनावों में लगे थे ये आरोप
पहले के चुनावों में आरोप लगे थे कि मतदान संपन्न होने के बाद ईवीएम, वीवीपैट जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं को डीसी-आरसी से मतदान केंद्रों तक ले जाते समय उनके साथ छेड़छाड़ की जाती है। अब जीपीएस के जरिए अगर गाड़ियां कहीं दूसरी जगह जाती है या कुछ गलत होता है तो जरूरत पड़ने पर संबंधित गाड़ी चालक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने की भी व्यवस्था की गई है। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि बीच सड़क पर कहीं वाहनों से ईवीएम लूटने की कोशिश भी हो तो त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पश्चिम बंगाल में 19 अप्रैल को मतदान
इस नई तकनीक का उपयोग करने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि कोई भी राजनीतिक दल मतदान प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ निष्क्रियता की शिकायत न कर सके। पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी 19 अप्रैल को मतदान शुरू होगा और सातों चरणों में यहां वोटिंग होनी है।