रायपुर।
वरिष्ठ कांगे्रस नेता व प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष शंकरलाल साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर भाजपा से मिली भगत का गंभीर आरोप भी लगाया है। सामान्य कार्यकतार्ओं को पूरी तरह से उपेक्षित किया जा रहा है। क्या किसी कांग्रेस के कार्यकर्ता के द्वारा टिकट मांगा जाना गुनाह है। जब से उन्होने टिकट की मांग की पार्टी के वर्तमान प्रत्याशी व अन्य नेताओं ने उनका उपहास उड़ाना शुरू कर दिया।
भारी मन से पार्टी छोडऩे वाले साहू ने कहा कि मेंरे पिता स्व.मेहतरलाल साहू जीवन पर्यन्त कांग्रेस के लिए समर्पित रहे स्व.श्यामाचरण,विद्याचरण व केयूरभूषण जैसे नेताओं के साथ काम कर चुके पर कभी किसी पद की लालसा नहीं रही। पार्टी को ही अपना घर परिवार समझा। स्वंय उन्होने हर चुनाव में पार्टी के लिए अथक प्रयास किया। पार्टी के भीतर आज अपनी बात रख पाना मुश्किल हो गया है। यहां की बात दिल्ली तक पहुंच ही नहीं पाती है। इसलिए आज पार्टी का हर नेता अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। जिनको अपनी मान सम्मान प्यारी है वो पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को जिस प्रकार हार मिली उसके बाद भी कोई सबक नहीं लिया गया है। आज लगातार नेता पार्टी छोड़ रहे हैं क्यों इस पर संगठन में विचार ही नहीं किया जा रहा है। जहां सम्मान मिलेगा उस पार्टी में शामिल हो सकते हैं।