ईरानी धमकियों के बीच इज़रायल ने हवाई रक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए रिजर्व सैनिकों को बुलाया
इज़रायल ने हवाई रक्षा तंत्र को मजबूत करने रिजर्व सैनिकों को तैनात करने का निर्णय लिया
सीरिया में अपने राजनयिक मिशन पर हमले को लेकर इजरायल पर मुकदमा करेगा ईरान
यरूशलम
इजरायल की सेना ने घोषणा की है कि वह ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच रिजर्व सैनिकों के साथ अपनी हवाई रक्षा प्रणाली को मजबूत कर रही है।
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "आईडीएफ (इज़राइल डिफेंस फोर्सेज) के हवाई रक्षा तंत्र में जनशक्ति बढ़ाने और रिजर्व सैनिकों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है।" उसने बताया कि स्थिति के अनुरूप मूल्यांकन के बाद यह कदम उठाया गया है।
ईरान ने सीरिया में ईरानी दूतावास पर सोमवार रात हुए "इजरायली हवाई हमले" के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में सीरिया में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के अनुभवी कमांडर मोहम्मद रजा ज़ाहेदी और उनके डिप्टी सहित सात ईरानी मारे गए थे। इस हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया। इज़रायल ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
सीरिया में अपने राजनयिक मिशन पर हमले को लेकर इजरायल पर मुकदमा करेगा ईरान
तेहरान,
ईरान के कानूनी मामलों के उपाध्यक्ष मोहम्मद देहकान ने कहा है कि देश सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर "घातक हमले" के लिए इजरायल के खिलाफ मुकदमा दायर करेगा।
देहकान ने तेहरान में एक कैबिनेट बैठक के मौके पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने सीरिया की राजधानी दमिश्क में वाणिज्य दूतावास की इमारत को नष्ट करने वाले मिसाइल हमले के लिए इजरायल के खिलाफ ईरान के कानूनी उपायों के बारे में विस्तार से बताया। इस हमले में कम से कम 14 मौतें हुईं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अर्ध-आधिकारिक समाचार एजेंसी फ़ार्स के हवाले से बताया कि देहकान ने कहा कि इज़रायली हमले ने अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। ईरान वर्तमान में कानूनी आकलन कर रहा है और जल्द ही अपने कानूनी निर्णयों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर ने मंगलवार को कहा कि हवाई हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इनमें आठ ईरानी, पांच सीरियाई और लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह का एक सदस्य शामिल है। ऑब्जर्वेटरी ने बताया कि यह देखते हुए कि गंभीर रूप घायलों को देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है।