लखनऊ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक बार फिर महान दल का साथ मिल गया है। लोकसभा चुनाव में दो सीटें महान दल को देने का फैसला भी हुआ है। हालांकि दोनों सीटों पर महान दल के प्रत्याशी सपा के चुनाव चिह्न पर ही मैदान में उतरेंगे। सपा को फिर से समर्थन का ऐलान करते हुए केशव देव मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ था और रहूंगा। लोकसभा चुनाव में गठबंधन मजबूती से लड़ेगा। कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव सूबे में यादव-मुस्लिम के पुराने कॉम्बिनेशन को बचाए रखने के साथ ही गैर यादव ओबीसी और दलित समाज को गोलबंद करने की कोशिश फिर जुटे हैं।
केशव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और महान दल लोकसभा चुनाव में एक साथ नजर आयेंगे। कहा कि आज अखिलेश यादव से मुलाकात हुई है। उन्होंने 80 लोकसभा सीटों में से 2 सीटों की मांग की है। दोनों सीटों पर सपा अपने चुनाव चिन्ह पर महान दल के उम्मीदवारों को लड़ाएगी। केशव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मेरी नाराजगी स्वामी प्रसाद मौर्य से थी न कि अखिलेश यादव से. अब स्वामी प्रसाद सपा का हिस्सा नहीं हैं इसलिए हम वापसी कर रहें हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में महान दल ने राज्यसभा औऱ विधान परिषद में हिस्सेदारी नहीं देने पर सपा से गठबंधन तोड़ लिया था। इसके बाद सपा ने केशव देव को विधानसभा चुनाव से पहले दी गई फारर्च्यूनर कार वापस ले ली थी। सपा ने विधानसभा चुनाव में केशव की पत्नी और बेटे को सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि दोनों हार गए थे।
रामगोपाल यादव ने केशव को बताया था श्रीकृष्ण
समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव ने महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से की थी। प्रो यादव ने कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के चुनावी रथ के सारथी महान दल के केशव देव मौर्य होंगे। केशव देव मौर्य से सपा ने जब गठबंधन किया था उस समय यह उम्मीद की गई थी कि केशव के जरिए समाजवादी पार्टी को खासा फायदा मिलेगा लेकिन ऐसा संभव नही हो सका।