मुंगेली/ कोई भी प्रशासनिक अधिकारी जब अपने पद का दुरुपयोग कर आम आदमी को अपने पांव तले रौंदने की कोशिश करता हैं तो वह अपने पतन की ओर ही अग्रसर होता हैं साथ ही इससे वरिष्ठ अधिकारियों और राज्य सरकार पर भी उंगलियां उठना स्वाभाविक हैं।
हाल ही में मुंगेली जिले में पदस्थ एक अधिकारी खुद को पूरे मुंगेली जिले का प्रधान मुखिया समझ बैठा हैं वह अपने पद का इस कदर दुरुपयोग कर रहा हैं जिससे राज्य की विष्णुदेव सरकार भी कटघरे में आ सकती हैं ?
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में बच्चों को क्रिकेट का निःशुल्क प्रशिक्षण देने वाले जलेश यादव एक ऐसे क्रिकेटर रहे हैं जो जम्मू-कश्मीर, केरल, झारखंड और श्रीलंका में भी क्रिकेट खेलकर बेस्ट परफॉर्मर का अवॉर्ड जीत चुके है। तत्कालीन समय में आर्थिक व अन्य कारणों से विभिन्न स्तर पर होने वाले क्रिकेट मैच के लिए क्रिकेट टीम में सलेक्शन होने से पीछे रह गए, लेकिन उन्होंने अपने इस हुनर को दूसरों को बांटकर उनके सपने को पूरा करने की ठान ली। जलेश यादव घर चलाने के लिए चाय बेचने का काम करते हैं और इसके खर्चे से भी वह ट्रेनिंग में पैसे लगाकर क्रिकेट ट्रेनिंग के माध्यम से बच्चों के सपनों को पूरा करते आये हैं। जलेश यादव खुद के क्रिकेटर बनने के सपने को आर्थिक व अन्य वजहों पूरा नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने चाय बेचते हुए कई लड़कों और लड़कियों को राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेटर बना दिया हैं।
हमारे समाज में ऐसे कई लोग मिसाल बनकर सामने आये हैं, जिनके अपने सपने तो पूरे नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने दूसरों के सपनों को पूरा करने में ही अपना पूरा जीवन बिता दिया और ऐसा करके वह बेहद खुश भी हैं। उनमे एक नाम जलेश यादव का भी हैं। मुंगेली के हर जनप्रतिनिधि, नेता, व्यापारी, पत्रकार और मुंगेलीवासी जलेश के द्वारा दी जाने वाली निःशुल्क क्रिकेट प्रशिक्षण की सराहना करते आये हैं और समय समय पर उनके प्रशिक्षण केंद्र को क्रिकेट किट सहित अन्य आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराते हैं, जिला प्रशासन के पूर्व व वर्तमान शीर्ष अधिकारियों द्वारा भी जलेश यादव की जमकर सराहना करते हुए उन्हें मदद की जाती रही हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देने वाले जलेश यादव पर जिले के एक विभाग के प्रमुख अधिकारी का कहर बरस रहा हैं ये अधिकारी अपनी गुंडागर्दी और तानाशाही में इस तरह मशगूल हैं कि यह मुंगेलीवासियों का अपमान करने नहीं चूक रहा, इस अधिकारी द्वारा चाय बेचने वाले क्रिकेट ट्रेनर को धमकाते हुए कहा जाता हैं कि ”तू बच्चों को प्रशिक्षण देने बड़ी फीस लेता हैं उसका 25 प्रतिशत राशि प्रशासन को देना होगा, अगर ऐसा नहीं करेगा तो तेरा क्रिकेट प्रशिक्षण केंद्र बंद करवा दूंगा, और दुबारा तू इस स्टेडियम में दिखना मत, साथ ही बच्चों के सेलेक्शन रुकवाने तक की धमकी देने की जानकारी मिली हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस अधिकारी द्वारा पिछले एक वर्ष जलेश यादव को बहुत ही प्रताड़ित किया जा रहा हैं, जानकारी मिली हैं कि जलेश यादव एक साल से उस अधिकारी के दुर्व्यवहार और प्रताड़ना को इस वजह से सहते आ रहे हैं कि उनके द्वारा जिन बच्चों को क्रिकेट प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं उनका आगे सेलेक्शन रुक न जाये ? परंतु हाल ही में अभी जिला प्रशासन द्वारा दिनांक 30.03.2024 से 03.04.2024 तक लोकसभा निर्वाचन 2024 मतदाता जागरूकता अभियान SVEEP अंतर्गत रात्रिकालीन टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित किया गया हैं, इस आयोजन के शुरुआत में भी पुनः इस अधिकारी द्वारा जलेश यादव को धमकाते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया गया, साथ ही क्रिकेट प्रशिक्षण केंद्र बंद कराने और ग्राउंड में न घुसने की पुनः धमकी दी गई। जैसे ही इस बात की जानकारी मुंगेलीवासियों को होती गई वे आक्रोश होते गए, तथा उस अधिकारी की शिकायत करने व मुंगेली से हटाने की मांग करने लगे। बहरहाल मामले में मुंगेलीवासियों ने कहा कि मुंगेली के चाय बेचने वाले क्रिकेट ट्रेनर से उस अधिकारी द्वारा किये गए बदसलूकी मामले में सभी जनप्रतिनिधियों, नेताओं, व्यापारियों, सामाजिक संगठनों और पत्रकारों को सामने आना चाहिए।