नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है। इसके कारण अबकी बार का नया साल फीका ही रहने वाला है क्योंकि कई राज्य सरकारों ने नए साल के जश्न में शामिल होने वाले लोगों के लिए कोविड से संबंधित कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। साथ ही राज्यों ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों से निपटने के उपायों को और सख्त कर दिया।
नए साल 2022 को देखते हुए लगाए गए सबसे सख्त कोविड प्रतिबंधों में दिल्ली का नाम सबसे ऊपर है। ओमिक्रॉन मामलों में वृद्धि के कारण राष्ट्रीय राजधानी ने येलो अलर्ट जारी किया है। नई साल पर कोई कोरोना विस्फोट न हो इसके मद्देनजर शहर में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लगा हुआ है। इसके अलावा, रेस्तरां, बार और सार्वजनिक परिवहन को 50 फीसदी बैठने की क्षमता के साथ चलाया जाएगा।
इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि ओमिक्रॉन धीरे-धीरे समुदाय में फैल रहा है और राष्ट्रीय राजधानी में विश्लेषण किए गए नियमित कोविड मामलों के नमूनों में से 46 प्रतिशत में ओमिक्रॉन का प्रकार पाया गया है।
नए साल पर मुंबई में धारा 144 लागू
महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का तेजी से प्रसार होने लगा है। इसको देखते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने राजधानी मुंबई में धारा 144 लागू कर दिया है। धारा 144 लगाने के बाद अब महानगर में न्यू ईयर सेलिब्रेशन के दौरान पुलिस ने 30 दिसंबर से सात जनवरी तक रेस्टोरेंट, होटल, बार, पब, रिसॉर्ट और क्लब सहित किसी भी बंद या खुली जगह में नए साल के जश्न, पार्टियों पर रोक लगा दी है।
कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश और यूपी में नाइट कर्फ्यू
तेजी से फैलने वाले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को रोकने के लिए कई राज्यों में एहतियात के तौर पर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक राज्य में रात का कर्फ्यू लगा दिया है। इनमें कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश और यूपी आदि हैं। साथ ही नई साल को देखते हुए राज्यों में सिर्फ 50 फीसदी क्षमता के साथ ही डीजे, क्लब, रेस्तरां और पब खोले जाएंगे।
केंद्र और राज्यों से गुरुवार रात में उपलब्ध ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में ओमिक्रॉन मामलों की कुल संख्या करीब 1,200 थी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महाराष्ट्र में 198 नए मामले दर्ज किए हैं, जिनमें 190 अकेले मुंबई में हैं । इसके साथ, राज्य में इन मामलों की संख्या बढ़कर 450 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में 263 मामले हैं, इसके बाद महाराष्ट्र में 252, गुजरात (97), राजस्थान (69), केरल (65) और तेलंगाना में 62 मामले हैं।ओमिक्रॉन के मामले अब तक 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पाए गए हैं।
गोवा सरकार ने हवाईअड्डे पर आने पर गैर उच्च जोखिम देशों से यात्रा करने वाले लोगों सहित सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को कोविड-19 का परीक्षण करने का निर्णय लिया है। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने ट्विटर पर कहा कि गोवा सरकार ने अब सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का परीक्षण करने के लिए जनहित में निर्णय लिया है।
देश में कोरोना के मामले अचानक तेजी से बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगाह किया है। सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और गुजरात में साप्ताहिक वृद्धि और तेज उछाल ने चिंता बढ़ा दी है। सरकार ने कहा है कि आठ जिलों में एक सप्ताह में 10 फीसदी से ज्यादा सक्रिय मामले मिले हैं, जबकि 14 जिलों में 5 से 10 फीसदी के बीच सक्रिय मामले हैं।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आठ राज्यों को पत्र लिखकर जांच में तेजी लाने, अस्पतालों की तैयारी को पुख्ता करने, कोरोना टीकाकरण का दायरा और रफ्तार बढ़ाने के साथ-साथ पाबंदियों को सख्ती से लागू करने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को हाल में घरेलू यात्राएं और शादी आदि कार्यक्रमों के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा है। देश में 33 दिन बाद 10,000 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं। मंत्रालय ने मामलों में उछाल को देखते हुए सतर्क रहने को कहा है। सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को उद्धृत करते हुए कहा है कि ऐसा देखने में आया है कि ओमिक्रॉन स्वरूप डेल्टा के मुकाबले दो से तीन दिनों में दोगुनी रफ्तार से फैल रहा है।
90 फीसदी वयस्कों को मिली पहली खुराक
सरकार ने कहा है कि देश में अब तक 90 फीसदी वयस्क आबादी को कोरोना की पहली खुराक दी जा चुकी है। वहीं करीब 64 फीसदी आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। सरकार ने यह भी कहा है कि एहतियाती खुराक से लोगों को बीमारी की गंभीरता नहीं सताएगी और न ही उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा।
नए साल के दिन दक्षिणेश्वर, बेलूर मठ, कालीघाट बंद रहेंगे
दक्षिणेश्वर मंदिर और रामकृष्ण मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ के साथ-साथ कोलकाता में प्रमुख शक्ति-पीठ मंदिर कालीघाट और उत्तरी कोलकाता के थंथानिया मंदिर नए साल के दिन श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। नए साल के दौरान मंदिरों में लोगों की भीड़ बहुत अधिक होती है। इस कारण कोरोना न फैले इस कारण यह सख्त निर्णय लिया गया है।
दक्षिणेश्वर मंदिर के ट्रस्टी कुशाल चौधरी ने गुरुवार को कहा कि मंदिर के अधिकारियों को निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि लाखों भक्त 1 जनवरी को मंदिर में इकट्ठा होते हैं।
पश्चिम बंगाल पांच निकले ओमिक्रॉन के मामले, कुल 16 हुई संख्या
एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि हाल ही में विदेशों से पश्चिम बंगाल लौटे पांच लोगों को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। । इसके साथ, राज्य का ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 16 हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नए ओमिक्रॉन रोगियों में ब्रिटेन से लौटी पांच साल की बच्ची भी शामिल है।
ब्रिटेन, खतरे वाले अन्य देशों की उड़ानें 3 से बंगाल में नहीं उतरेंगी
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल ने ब्रिटेन समेत खतरे वाले अन्य देशों की उड़ानों पर 3 जनवरी से रोक लगा दी है। इन देशों में से एक भी उड़ान अगले आदेश तक कोलकाता हवाई अड्डे पर नहीं उतरेगी। प्रदेश के गृह सचिव बीपी गोपालिका ने राज्य सरकार के इस फैसले के बारे में केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय को भी सूचित कर दिया है। पश्चिम बंगाल में अब तक 11 ओमिक्रॉन मामले मिले हैं।
नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली पुलिस की सख्ती
राष्ट्रीय राजधानी में ओमिक्रॉन के मामलों में आई तेजी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने नए साल की पूर्व संध्या पर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करते हुए कोविड संबंधी दिशा-निर्देशों को जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि रात के कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जाए और कनॉट प्लेस, चाणक्यपुरी, हौज खास जैसे अन्य क्षेत्रों में गहन गश्त की जाए। इस सब जगहों को पार्टी हब के रूप में जाना जाता है। पुलिस ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने या महिलाओं को परेशान करने वालों पर मुकदमा चलाया जाएगा।
साथ ही कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में सादे कपड़ों के पुरुषों और महिला कर्मियों की विशेष टीमों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि अकेले नई दिल्ली के इलाके में लगभग 800 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है, जिनमें से ज्यादातर कनॉट प्लेस, चाणकपुरी और जनपथ में हैं।