फर्रुखाबाद। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को फर्रुखाबाद में एक जनसभा के दौरान कहा कि हमने वादा किया था कि अयोध्या में राम मंदिर का काम शुरू होगा। अब काशी विश्वनाथ धाम भी बन रहा है। योगी ने कहा कि मथुरा-वृंदावन को कैसे छोड़ा जा सकता है? वहां भी काम शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्रुखाबाद में हुई जनसभा में विपक्षियों पर निशाना साधा। कहा कि देश में सबसे अधिक समय तक शासन कांग्रेस ने किया। इन्हीं की सरकार में भाजपा, आरएसएस व हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाते थे। मालेगांव की घटना इसका उदाहरण है। कांग्रेस की यह शरारत देश के खिलाफ अपराध है। उसे देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। दरअसल, 2008 में मालेगांव में हुए ब्लास्ट के एक गवाह ने सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र एटीएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस पर सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया था।
उस समय देश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को प्रेरित और पोषित करने वाली ये कांग्रेस देश के साथ कैसे खिलवाड़ कर रही थी, यह किसी से छिपा नहीं है। सत्ता में रहने पर आतंकियों को प्रेरित किया।
जनता के हित के हर कार्यों का विरोध कर रही कांग्रेस
अब सत्ता से बाहर हैं तो जनता के हित के हर कार्यों का कांग्रेस विरोध कर रही है। जन विश्वास यात्रा के बाद शहर के क्रिश्चियन कॉलेज में आयोजित जनसभा में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री योगी ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा।
कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारा, पर कांग्रेस डरती थी कि पाकिस्तान पर हमले से कहीं वोट बैंक नाराज न हो जाए। हमारी पार्टी के लोग कोरोना के समय आपके बीच थे। डबल इंजन की सरकार आपको डबल राशन भी मुफ्त दे रही है, पर कोरोना के समय बुआ, बबुआ, भाई और बहन कहां थे, आप उनसे जरूर पूछना।
ये सभी गायब थे या घरों में क्वारंटीन हो गए थे। बबुआ की सरकार में नौकरी देने के लिए चाचा, मामा और भाई लिस्ट बनाते थे। भ्रष्टाचार चरम पर था। विकास का पैसा बबुआ की सरकार में हड़प लिया गया, जो अब दीवारों से निकल रहा है। यह भी कहा कि पिछली सरकारों में माफिया को मुख्यमंत्री आवास पर सम्मानित किया जाता था। अब हमारी सरकार में माफिया की संपत्तियों को जब्त कर बुलडोजर चलाया जा रहा है। काशी के विकास की बात करते हुए कहा कि बबुआ की सरकार में कब्रिस्तान का निर्माण होता था।