रांची
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद सीता सोरेन पहली बार रांची (Ranchi) पहुंची है। बीजेपी पार्टी के नेताओं के द्वारा एयरपोर्ट में सीता सोरेन का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। रांची पहुंचने के बाद सीता सोरेन भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंची। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीता सोरेन ने झामुमो पार्टी छोड़ने का कारण अपने पति दुर्गा सोरेन की मौत की साजिश की जांच नहीं होने और पार्टी में सम्मान नहीं मिलने की वजह बताई।
"दुमका में कमल ही खिलेगा"
सीता सोरेन ने कहा कि दुमका में झामुमो से स्टीफन मराण्डी लड़े या नलिन सोरेन, लेकिन दुमका में कमल ही खिलेगा। सीता सोरेन ने भाजपा प्रदेश कार्यालय से झामुमो पर जमकर हमला बोला और कहा कि पार्टी में भ्र्ष्टाचार चरम पर है। पार्टी पर दलाल किस्म के लोग कब्जा कर बैठे है। सीता सोरेन ने कहा कि झामुमो में अब सिर्फ दलालों और बिचौलियों का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि 2024 में किसी का चलने वाला नहीं है, लोकसभा की 14 की 14 सीटों पर कमल ही कमल खिलने वाला है। इतना ही नहीं प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन पर भी जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि जिस दिन कल्पना सोरेन की पॉलिटिकल एंट्री थी, उस दिन भी दुर्गा सोरेन का अपमान किया गया। कल्पना सोरेन ने सभी शहीदों का नाम लिया, लेकिन दुर्गा सोरेन का नहीं लिया। सीता सोरेन ने कहा कि जब तक दुर्गा सोरेन जीवित थे तभी तक जेएमएम नीति और सिद्धांतों पर चलता रहा। उनके नहीं रहने के बाद पार्टी में दलालों की मनमानी हो गई। उन्होंने कहा कि राज्य में चारों तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है। राज्य पूरी तरह अंधकार में डूब चुका है और अब उसे उजाले में लाना है। सीता सोरेन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने रविवार को उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में बीजेपी ने झारखंड की भी लोकसभा सीटों से उम्मीदवारों को उतारा है। इसमें सबसे बड़ा नाम सीता सोरेन का है। बीजेपी ने उन्हें दुमका से टिकट दी है। बता दें कि सीता सोरेन ने हाल ही में बीजेपी का दामन थामा था। बताया जा रहा है कि सीता सोरेन का मुकाबला इस बार अपनी पुरानी पार्टी से होगा। सीता सोरेन के सामने दुमका में सोरेन परिवार का कोई सदस्य या पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव मैदान में हो सकते हैं। हेमंत सोरेन फिलहाल जेल में बंद हैं, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि दुमका से हेमंत सोरेन जेल से ही चुनाव लड़ेंगे। अगर ऐसा होता है तो पहली बार झारखंड में शिबू सोरेन परिवार के 2 सदस्य एक सीट पर आमने-सामने होंगे।