भोपाल।
लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। लेकिन प्रदेशभर में सीएम हेल्पलाईन और विभागों के हेल्पलाईन नंबरों पर आने वाली शिकायतों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। कभी सीएम हेल्पलाईन और जनशिकायतों के निपटारे में पांचवें नंबर पर रहने वाला पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग इस माह दूसरे नंबर पर आ गया है। वहीं उर्जा विभाग सीएम हेल्पलाईन और जनशिकायतों के निराकरण में प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंच गया है।
सीएम सचिवालय और जनशिकायत निवारण विभाग हर माह जनशिकायतों के निराकरण में बेहतर काम करने वाले विभागों की ग्रेडिंग जारी करता है। सीएम हेल्पलाईन और जनशिकायतों के निराकरण में पिछले माह जारी ग्रेडिंग में पांचवे स्थान पर रहने वाले पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अपनी ग्रेडिंग सुधारी है। इस माह वह प्रदेश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पास कुल 38 हजार 592 शिकायतें पहुंची थी। इनमें सीएम हेल्पलाईन सहित अन्य हेल्पलाइनों पर पहुंची शिकायतें भी शामिल है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव ने स्वयं रुचि लेकर शिकायतों के निराकरण की मानीटरिंग की तो विभाग की रैंकिंग सुधरी और विभाग प्रदेश में दूसरे स्थान पर आ गया।
लोक निर्माण और तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग सबसे फिसड्डी
तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास तथा रोजगार विभाग जनशिकायतों के निराकरण में सबसे फिसड्डी है। सात विभागों को कमजोर परफारमेंस के कारण डी ग्रेडिंग दी गई है। इनमें लोक निर्माण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, वन विभाग शामिल है।
जनशिकायतों के निराकरण मेें हमारे विभाग ने इस माह अच्छा काम किया है। नागरिकों की संतुष्टि के साथ समाधान का प्रतिशत बढ़ा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ग्रेडिंग में पांचवे से दूसरे स्थान पर आ गया है।
मलय श्रीवास्तव, एसीएस पंचायत एवं ग्रामीण विकास