जगदलपुर
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और लोकसभा उम्मीदवार कवासी लखमा के खिलाफ कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी की शिकायत के आधार पर सोमवार को लखमा और पार्टी के एक अन्य नेता सुशील मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले और भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे लखमा को पार्टी ने बस्तर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। मौर्य कांग्रेस की बस्तर जिला इकाई के अध्यक्ष हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चुनाव अधिकारी की शिकायत के अनुसार, लखमा अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के एक दिन बाद 24 मार्च को जगदलपुर शहर में मां दंतेश्वरी मंदिर गए थे। इस दौरान मंदिर के बाहर लखमा को लोगों को कथित तौर पर नकदी बांटते हुए कैमरे में कैद किया गया था।
उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस संबंध में शिकायतों का संज्ञान लिया और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लखमा और मौर्य के खिलाफ भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
लखमा के खिलाफ कार्रवाई को कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश करार दिया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की संचार शाखा के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, ”यह भाजपा का षड़यंत्र है। भाजपा बौखला गई है। लखमा एक जन नेता हैं और बस्तर क्षेत्र में लोगों पर उनकी अच्छी खासी पकड़ है। जैसे ही उन्हें बस्तर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया, भाजपा ने साजिश रचनी शुरू कर दी और ताजा कदम (प्राथमिकी दर्ज करना) उसी साजिश का हिस्सा है। हम भाजपा के ऐसे कदमों के खिलाफ लड़ेंगे।”