रायगढ़ से सुशील पांडेय की रिपोर्ट
कमरे को गर्म रखें, एहतियाती कदम उठाएं : डॉ. ताराचंद पटेल
बच्चे के सिर, पैर और छाती को अच्छी तरह गर्म कपड़ों से ढ़क कर रखें
रायगढ़।राज्य समेत जिले में बीते तीन दिनों से शीत लहर जारी है। तापमान इस सीजन का सबसे कम तक जा चुका है ऐसे में सर्दियों में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए खास ध्यान रखने की जरूरत है। ठंडी हवा में बच्चों को सबसे पहले सर्दी-जुकाम होता है। खासतौर से 2 से 10 साल तक के बच्चों को सर्दी लगने का खतरा ज्यादा रहता है। बुखार होने पर बच्चे को खांसी और कफ की समस्या सबसे ज्यादा परेशान करती है। कई बार सर्दी की वजह से बच्चों को बुखार भी हो जाता है। ऐसे में बच्चे खाना-पीना छोड़ देते हैं और सुस्त हो जाते हैं। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए इम्युनिटी मजबूत होनी चाहिए। खाने-पीने को लेकर बच्चों की साफ-सफाई का भी ध्यान रखना जरूरी है।
जिला के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ताराचंद पटेल बताते हैं, “सर्दी की शुरुआत के साथ जिला में सर्दी जनित बीमारी बढ़ गयी है। खास कर नवजात बच्चे में इसका प्रकोप अधिक देखा जा रहा है क्योंकि उन्हें पूरी तरह से ढंक पाना संभव नहीं। इसलिये नवजात बच्चे के लिए जरूरी है कि बच्चे को कंगारू सिस्टम की तरह मां अपने बच्चे को सीने से सटा कर रखें। इससे बच्चा भी गर्म रहेगा और मां का दूध भी बढ़ेगा। साथ में बच्चे के प्रति स्नेह भी बढ़ेगा। थोड़े बड़े बच्चे के कमरे को गर्म रखने से बच्चों को हाइपोथर्मिया (सर्दी से लगने वाली बीमारी) से बचाया जा सकता है।“
बच्चों को बेवजह न दें दवाई : डॉ. ताराचंद पटेल
डॉ. ताराचंद पटेल बताते हैं, “बेवजह किसी के कहने पर बच्चे को एंटीबॉयोटिक दवा नहीं देना चाहिये। सर्दी से बच्चों में चर्म रोग की बीमारी हो सकती है। इसलिए नारियल का तेल बिना सुगन्ध वाला लगाते रहना चाहिये। सर्दी का प्रकोप बच्चे के पैर व सिर पर अधिक असर करता है, इसलिये सभी बच्चे के सिर पर टोपी और पैर में सूती मोजा जरूर पहनाना चाहिये। शाम सबेरे बच्चे को ठंड से बचाना चाहिये। अभी बच्चे को पौष्टिक आहार देना चाहिये। बच्चे को भीड़ भाड़ वाले इलाके से बचाना चाहिये क्योंकि संक्रमण से भी बहुत तरह की बीमारी हो रही है।“
जिले के बाल रोग विशेषज्ञ और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स सर्दी में बच्चों इंफेक्शन और बीमारियों से बचाने के लिए इन बातों का ख्याल रखने की हिदायत देते हैं-
साफ-सफाई का ध्यान रखें- सर्दियों में बच्चों की साफ-सफाई का सबसे ज्यादा ख्याल रखें। बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें। बच्चों को खाना-खाने से पहले और बाद में हाथ साफ कराने की आदत बनाएं। सर्दियों में बच्चों के कपड़ों की साफ सफाई का भी ख्याल रखें। 1-2 दिन छोड़कर बच्चों को नहलाएं और हफ्ते में एक बार सिर जरूर धोएं।
फल और सब्जियां खिलाएं- सर्दी में रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे बच्चे ज्यादा बीमार पड़ते हैं। सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बच्चों को खट्टे फल और सब्जियां खाने को दें। बच्चों के आहार में मेवे को भी जरूर शामिल करें। बादाम और अखरोट खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
तरल पदार्थ बढ़ाएं- ठंड की वजह से बच्चे कम पानी पीते हैं ऐसे में बच्चों में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। सर्दियों में आप बच्चों को सूप, जूस और गर्म पानी पीने के लिए दें। सुबह सबसे पहले बच्चे को गर्म पानी पीने के लिए दें इससे पेट अच्छा रहता है।
पैर कान और पेट को कवर रखें- बच्चों को सबसे पहले ठंड लगती है, सर्दियों में बच्चे को गर्म कपड़े पहनाकर रखें। खासकर बच्चे के पैर, सिर और पेट को हमेशा अच्छी तरह कवर करके रखें। बच्चों को छाती, सिर और पैर से सबसे जल्दी ठंड़ पकड़ती है।