Home छत्तीसगढ़ रोड पर खड़े ट्रक से टकराने से युवक की मौत, लोगों ने...

रोड पर खड़े ट्रक से टकराने से युवक की मौत, लोगों ने किया चक्काजाम

46
0

भिलाई। खुर्सीपार में सड़क किनारे खड़ी ट्रक से एक बाईक सवार युवक के टकराने से मौत हो गई। उसके बाद भड़के बस्तीवालों ने बुधवार को दोपहर दो बजे ट्रांस्पोर्ट नगर रोड में चक्का जाम कर दिया। इकसे कारण लगभग डेढ़ घंटे तक दोनों तरफ ट्रकों की लंबी लाइन लग गई। परिजनों ने सड़क पर ही युवक का शव रखकर शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही शासन प्रशासन में हड़कम्प मच गया और सीएसपी विश्वास चंद्राकर तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने भिलाई नगर तहसीलदार योगेंद्र कुमार वर्मा को बुलवाया। तहसीलदार ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की सहायता राशि देने का वादा किया। इसमें से 10 हजार रुपए तात्कालिक रूप से प्रदान किया गया। इसके बाद ही लोगों ने चक्काजाम समाप्त किया।
खुर्सीपार टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि राजेश यादव पिता मंशाराम यादव (34 साल) शक्तिधाम चौक नानगैया पारा वार्ड 46 में रहता है। मंगलवार रात 9 बजे के करीब वह अपनी बाइक से घर जा रहा था। राजेश तेज रफ्तार में आया अपना संतुलन खो बैठा। इससे वह सड़क किनारे खड़े ट्रक सीजी 04 एनएम 0237 से टकरा गया। दुर्घटना में राजेश को गहरी चोटें आई और अधिक खून बह जाने से उसकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। पीएम के बाद बुधवार दोपहर परिजनों को शव सौंपा गया। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने शव को नेशनल हाईवे से ट्रांसपोर्ट नगर को जाने वाली रोड में रखकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम करने की सूचना मिलते ही शासन प्रसाशन में हड़कंप मच गया। लगभग डेढ़ घंटे तक लगे रहे जाम से दोनों तरफ ट्रकों की काफी लंबी लाइन लग गई थी। चक्का जाम कर रहे लोगों ने मांग की है कि सड़क के किनारे कोई भी ट्रक खड़ा न होने दिया जाए। ऐसा होने पर पुलिस उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई करे। इस पर सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने लोगों को एक ग्रुप बनाने के लिए कहा। यह ग्रुप सड़क पर खड़ी होने वाली गाडिय़ों की जानकारी पुलिस को देगा। इसके बाद पुलिस ऐसी गाडिय़ों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करेगी।
बच्चों की पढ़ाई की मांग पर तहसीलदार वर्मा ने दिया आश्वासन
राजेश के मरने के बाद उसका परिवार पूरी तरह से बिखर गया। उसकी पत्नी, पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पीडि़त परिजनों ने तहसीलदार से मांग की है कि राजेश के दो छोटे बच्चे हैं। उनका सरकारी विद्यालय में दाखिला कराया जाए और पढ़ाई में जो भी खर्च आए उसे वहन किया जाए। तहसीलदार ने बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया है।