Home हेल्थ प्रेग्नेंसी में कितनी देर और कौन सी एक्सर्साइज करना है सेफ, जानें

प्रेग्नेंसी में कितनी देर और कौन सी एक्सर्साइज करना है सेफ, जानें

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प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर के अंदर जितने हॉर्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं उतने ही बदलाव बाहर से भी शारीरिक रूप से नजर आते हैं। पैरों में सूजन हो जाती है, पीठ में दर्द होने लगता है, शरीर का वजन बढ़ जाता है इसलिए चलने में दिक्कत होने लगती है, पेट फूलने लगता है (ब्लोटिंग की समस्या) और कब्ज की भी दिक्कत हो जाती है। लेकिन प्रेग्नेंसी से जुड़े इन लक्षणों को पूरी तरह से दूर नहीं किया सकता, हालांकि एक चीज है जिसके जरिए इन दिक्कतों को कम जरूर किया जा सकता है और वो है-एक्सर्साइज।
प्रेग्नेंसी में एक्सर्साइज करना है फायदेमंद
प्रेग्नेंसी के पूरे 9 महीने के दौरान अगर आप नियमित रूप से एक्सर्साइज करती हैं तो आपके साथ-साथ होने वाले बच्चे के लिए भी यह कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान रेग्युलर एक्सर्साइज करने से होने वाली मां का मूड अच्छा रहता है, पॉस्चर सही बना रहता है, पीठ में दर्द की तकलीफ दूर होती है, स्ट्रेस नहीं होता और हद से ज्यादा थकान भी महसूस नहीं होती।
हर दिन 30 मिनट की फिजिकल ऐक्टिविटी है जरूरी
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स ऐंड गाइनैकॉलजी की मानें तो प्रेग्नेंट महिला को हर दिन कम से कम 30 मिनट की फिजिकल ऐक्टिविटी करनी चाहिए। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपके और आपके बच्चे की सेफ्टी को देखते हुए कौन सी एक्सर्साइज करनी चाहिए? किन महिलाओं को प्रेग्नेंसी में एक्सर्साइज नहीं करना चाहिए? यहां जानें इन सवालों के जवाब।
किन्हें प्रेग्नेंसी में एक्सर्साइज नहीं करना चाहिए
अगर किसी प्रेग्नेंट महिला को किसी तरह की कोई बीमारी है जैसे- अस्थमा, हार्ट डिजीज या फिर डायबीटीज तो उन्हें एक्सर्साइज न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपको इनमें से कोई दिक्कत है तब भी एक्सर्साइज करने से बचना चाहिए-

  • अगर प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लीडिंग और स्पॉटिंग हो रही हो
  • प्लैसेंटा का लेवल लो हो
  • अगर मिसकैरिज का खतरा हो या पहले मिसकैरिज हो चुका हो
  • अगर पहले भी प्रिमच्योर डिलिवरी या समय से पहले लेबर पेन हो चुका हो
  • प्रेग्नेंट महिला का सर्विक्स अगर कमजोर हो
    प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सर्साइज शुरू करने से पहले अपनी डॉक्टर, गाइनैकॉलजिस्ट या हेल्थ एक्सपर्ट से बात करें और उनकी सलाह के हिसाब से भी अपना एक्सर्साइज प्रोग्राम बनाएं। आपकी सेहत और मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए वो आपके लिए सही एक्सर्साइज का चुनाव कर पाएंगे।
    प्रेग्नेंट महिला के लिए कौन सी एक्सर्साइज है सेफ
    स्वीमिंग
    स्वीमिंग और वॉटर ऐरोबिक्स प्रेग्नेंसी के लिए परफेक्ट वर्कआउट है। इसलिए क्योंकि पानी में आपका वजन, जमीन पर आपके वजन से कम हो जाता है और आप अपने शरीर में हल्का महसूस करने लगती हैं। साथ ही साथ स्वीमिंग पूल में जाकर जी मिचलाना, चक्ककर आना, पैरों में होने वाली सूजन इस तरह की सारी दिक्कतें कम हो जाती हैं। हालांकि स्वीमिंग पूल के आसपास का हिस्सा स्लिपरी यानी फिसलन वाला होता है लिहाजा चलने के दौरान सावधानी बरतें।
    वॉकिंग या ब्रिस्क वॉकिंग
    प्रेग्नेंसी के दौरान वॉक करना सबसे सेफ एक्सर्साइज माना जाता है और ये एक ऐसा वर्कआउट है जिसे आप लगातार अपनी डिलिवरी की डेट आने तक नियमित रूप से कर सकती हैं। साथ ही साथ वॉकिंग करने के लिए आपको किसी खास तरह के जिम इक्विप्मेंट की जरूरत नहीं है। बस वॉकिंग शूज या कंफर्टेबल स्नीकर्स पहनें और वॉक करना शुरू कर दें। अगर आपके डॉक्टर आपको परमिशन दें तो आप सावधानी बरतते हुए ब्रिस्क वॉकिंग यानी तेज गति से भी चल सकती हैं।
    ऐरोबिक्स या जुम्बा
    लो इम्पैक्ट ऐरोबिक्स या लाइट जुम्बा भी आपके हार्ट रेट को बढ़ाने में मददगार है और इसे आप प्रेग्नेंसी के दौरान कर सकती हैं। हालांकि किसी भी ऐसी ऐक्टिविटी को बिलकुल न करें जिसमें बहुत ज्यादा बॉडी को बैलेंस करने की जरूरत हो। इसके अलावा कूदने और जंप करने से बचें और हाई इम्पैक्ट मूवमेंट न करें। अपने शरीर की सुनें और खुद को ज्यादा एग्जॉस्ट करने से बचें।