नई दिल्ली
खुशी ऐसी चीज है जिसकी आज की दुनिया में सबसे अधिक जरूरत है। खुशी पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते? संयुक्त राष्ट्र पिछले एक दशक से हर साल देशों को कैटेगराइज्ड करता है और बताता है कि दुनिया में सबसे खुशहाल देश कौन है? आज इंटरनेशनल डे ऑफ हेप्पिनस है। इस मौके पर यूएन ने इसका खुलासा किया कि खुशहाली में कौन देश किस स्थान पर है। सबसे ऊपरी पायदान पर यूरोपीय देश फिनलैंड है। फिनलैंड ने लगातार सातवीं बार यह पायदान हासिल किया है। वहीं, तालिबान शासित अफगानिस्तान दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची में आखिरी पायदान पर है। जबकि, भारत ने पिछली बार की तरह अपनी रैंकिंग बरकरार रखी है। न कम और न ज्यादा। भारत की रैंकिंग अफगानिस्तान से थोड़ा ही बेहतर है। नॉर्डिक देशों ने 10 सबसे खुशहाल देशों में अपना स्थान बरकरार रखा है। डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन फिनलैंड के बाद आते हैं।
साल 2020 में अफगानिस्तान पर तालिबान की हुकूमत आने के बाद से इस मुस्लिम देश में हालात बद से बदतर हुए हैं। लोगों को न सिर्फ नौकरी और खाने के लाले हैं। बल्कि, यहां के लोग अपनी पसंद के काम भी नहीं कर सकते। पार्क में घूमना, मनमुताबिक कपड़े पहनना, बाल काटना और गाना सुनने तक पर पाबंदियां हैं। तालिबानी हुकूमत का सबसे बुरा असर महिलाओं पर पड़ा है। यूएन की वार्षिक रिपोर्ट में अफगानिस्तान पर इन्हीं पाबंदियों का असर पड़ा और दुनिया के खुशहाल देशों में यह सबसे आखिरी 143 वें पायदान पर हैं। सर्वेक्षण में 143 देशों ने ही हिस्सा लिया था।
पिछले एक दशक से यूएन इस तरह की रिपोर्ट प्रकाशित करता रहा है और ऐसा पहली बार हुआ है कि रिपोर्ट में संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी 20 सबसे खुशहाल देशों में नहीं हैं। अमेरिका का स्थान 23वां है और जर्मनी का 24वां। अमेरिका और जर्मनी के स्थान पर टॉप 20 में कोस्टा रिका और कुवैत देशों ने क्रमश: 12 और 13वां स्थान हासिल किया है।
टॉप 10 में कौन-कौन से देश
यूएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे खुशहाल देशों में दुनिया के छोटे और समृद्ध राष्ट्र ही अव्वल पर हैं। जबकि ज्यादा आबादी वाले देशों की रैंकिंग काफी कम हुई है। टॉप 10 देशों की बात करें तो इसमें सिर्फ नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ही हैं, जिनकी आबादी 15 मिलियन से अधिक है। वहीं, टॉप 20 देशों में शामिल कनाडा और यूके की आबादी 30 मिलियन से अधिक है।
अफगानिस्तान से थोड़ा बेहतर है भारत
खुशहाली के मामले में भारत का स्थान दुनिया के 143 देशों में से 126 वां है। वहीं, अफगानिस्तान की रैंकिंग 143 है। यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2006-10 के बाद से खुशहाल देशों में सबसे तेज गिरावट अफगानिस्तान, लेबनान और जॉर्डन में देखी गई है। जबकि पूर्वी यूरोपीय देशों सर्बिया, बुल्गारिया और लातविया ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। हर साल जारी अपनी रिपोर्ट में यूएन संबंधित देश में रहने वाले व्यक्ति के जीवन संतुष्टि को लेकर सर्वेक्षण करता है। इसमें प्रति व्यक्ति आय, सामाजिक समर्थन, उसका रहन-सहन कितना बेहतर है, उसे देश में कितनी स्वतंत्रता है इत्यादि मुद्दे शामिल हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में देश में होने वाले भ्रष्टाचार के मुद्दों को भी प्रमुखता से जोड़ा जाता है।