अल्मोड़ा
जनपद की तहसील भिकियासैंण अंतर्गत बासोट में एक ऐसी अद्भुत घटना हुई है। इसे जिसने में देखा और सुना वह हैरान रह गया। यहां एक मूंगफली और लहसुन खाने की शौकीन मुर्गी लगातार अंडे दे रही है। इस मुर्गी ने एक दिन में ही 31 अंडे देखकर सबको हैरत में डाल दिया है। खास बात यह है कि इस मुर्गी को किसी किस्म की बीमारी नहीं और यह पूरी तरह स्वस्थ है। उत्तराखंड राज्य के जनपद अल्मोड़ा की तहसील भिकियासैंण के बासोट निवासी गिरीश चंद्र बुधानी का टूर एंड ट्रेवल्स का काम है।
बच्चों ने महज दो-दो सौ रुपए में खरीदे थे मुर्गी के चूजे
बुधानी के बच्चों को मुर्गी पालने की इच्छा थी। इस बीच इनके बच्चों ने 200-200 रुपए में कहीं से दो मुर्गियां खरीद लीं। गिरीश चंद्र बताते हैं कि यह मुर्गियों के चूजे जब घर में आये तो उन्होंने इनको अपने बच्चों की तरह बड़े-लाड प्यार से पालना शुरू कर दिया। वह इन्हें अपने परिवार के सदस्य की तरह ही मानते हैं। इन्होंने यह मुर्गियां किसी व्यावसायिक कारणों से नहीं खरीदी हैं।
ऐसे शुरू हुई अंडे देने की गजब कहानी
गिरीश चंद्र बुधान पुत्र पीतांबर दत्त बुधानी ने बताया कि इन मुर्गियों को लाए तीन-चार माह ही हुए हैं। वह अकसर टूर एंड ट्रेवल्स के काम के सिलसिले में बाहर जाया करते हैं। गत रविवार को उनके बच्चों ने सूचित किया कि उनकी एक मुर्गी ने 05 अंडे दे दिए हैं। जब उन्होंने यह सुना तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि उनकी मुर्गी ने इतने कम समय में एक साथ पांच अंडे दे दिए। शाम को जब वह घर आये तो पाया कि मामला पूरी तरह सत्य है। सबसे ज्यादा हैरान तो वह तब हो गये जब हर 10 से 15 मिनट में वह 10- 10 अंडे देने लगी। उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर को जब वह काम के सिलसिले में बाहर गए तो उनके बच्चों ने उस मुर्गी को अपने साथ कमरे में रख लिया।
सुबह 08 से रात 10 बजे तक दे दिए 31 अंडे
गिरीश चंद्र बुधानी ने बताया कि रविवार, 25 दिसंबर को जब वह शाम को 05 बजे तक घर लौटे तब तक उनकी मुर्गी लगातार दो-दो करके अंडे देती जा रही थी। इस तरह रात 10 बजे तक उसने पूरे 31 अंडे दे डाले । यह देखकर वह बहुत अचम्भे में पड़ गए। गिरीश चंद्र ने बताया कि उन्हें यह सब देख शक हुआ कि कहीं उनकी मुर्गी बीमार तो नहीं, लेकिन पशु चिकित्सक ने उसे पूरी तरह स्वस्थ बताया। फिर उन्हें शक हुआ कि कहीं उनकी मुर्गी को कोई ऊपरी हवा तो नहीं लग गई। इस हेतु उन्होंने अपने पिताजी से संपर्क किया और पूरी घटना उन्हें बताई। हालांकि जांच-परख में ऐसा भी कुछ नहीं लग रहा है।
क्या प्यार-दुलार और खानपान ने बढ़ाई मुर्गी की क्षमता
अब एक बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह सब कैसे संभव हो पा रहा है। एक मुर्गी एक ही दिन में 31 अंडे कैसे दे सकती है। इस बारे में तो कोई विषय विशेषज्ञ वैज्ञानिक ही बता सकते हैं। इसके बावजूद देखने वाली बात यह है कि इस परिवार ने मुर्गी को अपने बच्चे की तरह पाला है। इतना लाड-प्यार दिए है, जैसा कि कोई अपने बच्चों को देता है। इसके अलावा गिरीश चंद्र के अनुसार उनकी मुर्गी मूंगफली खाने की शौकीन है। वह एक दिन में करीब 200 ग्राम मूंगफली खा लेती है। वह अपनी दोनों मुर्गियों के लिए दिल्ली से एक साथ मूंगफली खरीद कर ले आते हैं। मूंगफली के अलावा लहसुन मुर्गी की रोजमर्रा की डायट में शामिल है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह अद्भुत कारनामे के पीछे मुर्गी का विशेष खान-पान और मिल रहा प्यार भी हो सकता है।
गिनीज वल्र्ड रिकार्डस में नाम दर्ज करने की मांग
क्षेत्र के तमाम लोग, जनप्रतिनिधि इस अजूबी मुर्गी को देखने गिरीश चंद्र के घर पहुंच रहे हैं। जो भी यह सब देख रहा है हैरान हो जा रहा है। केवल घर के सामान्य भोजन को लेने वाली एक मुर्गी एक ही दिन में इतने अंडे दे चुकी है। यह मामला इससे पहले कहीं देखने-सुनने में नहीं आया है। अतएव लोग बासोट के गिरीश चंद्र बुधानी की मुर्गी का नाम गिनीज वल्र्ड रिकार्डस में दर्ज करने की मांग करने लगे हैं।