नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों दक्षिण के राज्यों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इस बार भाजपा दक्षिण भारत के जरिए अपनी सीटें बढ़ाने की कोशिश में लगी है। उत्तर भारत में भाजपा का प्रदर्शन पहले भी अच्छा रहा है। ऐसे में बात जब सीटों में इजाफे की आती है तो भाजपा उन राज्यों में फोकस करना चाहती है जहां अब तक उसकी पकड़ ज्यादा मजबूत नहीं मानी जाती थी। पीएम मोदी इसी साल यानी जनवरी से लेकर मार्च तक 20 बार दक्षिण के राज्यों का दौरा कर चुके हैं। चुनावों के ऐलान होने से ठीक पहले 15 मार्च को भी वह दक्षिण में ही थे।
बीते तीन महीनों में ही पीएम मोदी सात बार तमिलनाडु, चार बार केरल और तेलंगाना और तीन बार कर्नाटक जा चुके हैं। इसके अलावा पीएम मोदी दो बार आंध्र प्रदेश का भी दौरा कर चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री ने कहा, हो सकता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता हो लेकिन इस बार एनडीए के 400 पार के लक्ष्य का रास्ता दक्षिण से ही होकर निकलता है। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य कि दक्षिण के पांच राज्यों सेएनडीए को कम से कम 50 से 60 सीटें मिलें।
दक्षिण में भाजपा ने कई पार्टियों के साथ गठबंधन फाइनल कर लिया है। इसमें चंद्रबाबू नायडू की पीडीपी, पवन कल्याण की जन सेना और टीटीवी दिवाकरन की पार्टी शामिल है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोयंबटूर में थे। यहां उन्होंने लंबा रोडशो किया। अब वह सलेम में रैली करेंगे। 15 मार्च को तमिलनाडु की कन्याकुमारी सीट से प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार के चुनाव प्रचार का आगाज किया था। 28 फरवरी को प्रधानमंत्री तूतिकुड़ी में रैली करेंगे।
19 मार्च को ही पीएम मोदी की केरल के पलक्कड़ में भी रैली होने वाली है। पीएम मोदी इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी के लिए प्रचार कर चुके हैं। वह भाजपा के उम्मीदवार हैं। 16 मार्च को तेंलगाना दौरे के समय पीएम मोदी ने नागुरकुनूल सीट पर फोकस किया वहीं 18 मार्च को हैदराबाद के निजामाबाद में पीएम मोदी की रैली थी। कर्नाटक में पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के गृह नगर कालाबुर्गी और शिवमोगा से चुनाव प्रचार शुरू किया।
शिमोगा में प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सम्मानित किया। वह बड़े लिंगायत नेता हैं। पीएम मोदी ने यह संदेश दिया है कि वह अपनी पार्टी के बड़े लिंगायत नेता का सम्मान करते हैं और उनको अहमियत देते हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में रैली करके एनडीए की एकता का संदेश दिया।