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अंबिकापुर : ट्रांसफर आदेश आने के बाद छुट्टी के दिन विवि पहुंचे कुलसचिव एक्का

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सरगुजा/अंबिकापुर.

संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर में व्याप्त भ्रष्टाचार अध्यादेशों के उल्लंघन की शिकायत पर उच्च शिक्षा मंत्री के द्वारा विश्वविद्यालय के कुल सचिव विनोद एक्का का स्थानांतरण उच्च शिक्षा संचनालय रायपुर कर दिया गया है, तबादले के बाद रविवार को छुट्टी के दिन अचानक कुल सचिव के दफ्तर पहुंचकर अपने केबिन में जाने की खबर पर हलचल मच गई। कुल सचिव द्वारा फाइलों पर छेड़छाड़ करने का आरोप भी वहां मौजूद शिकायतकर्ता पार्षद आलोक दुबे ने लगाया। दरअसल उन्हीं के द्वारा पूरी शिकायत उच्च शिक्षा मंत्री से की गई थी।

सूचना पर तत्काल कुलपति भी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंचे. कुलपति अशोक सिंह ने कहा कि संडे के दिन यूनिवर्सिटी आने का कोई औचित्य नहीं है। पार्षद आलोक दुबे ने उच्च शिक्षा मंत्री को शिकायत पत्र में आरोप लगाते हुए कहा था कि आदिवासी बाहुल्य सरगुजा क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उददेश्य से स्थापित संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर वर्तमान समय में भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। भ्रष्टाचार में लिप्त इस विश्वविदयालय के कर्मचारी तथा अधिकारी विश्वविद्यालय से बाहर के लोगों से सांठ-गांठ करके अध्यादेशी तथा नियमों का सीधे-सीधे उल्लंघन कर रहे हैं जिससे विश्वविद्यालय का विकास बाधित हो गया है और छात्रों शिक्षकों आम नागरिको जन प्रतिनिधियों में व्यापक असंतोष और निराशा व्याप्त हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस विश्वविद्यालय के कुलसचिव अपने आर्थिक लाभ के लिए विश्वविद्यालय के सभी विभागों में अपने पसंद के कर्मचारियों को पदस्थ कर विश्वविद्यालय से बाहर के लोगों से साठ-गांठ करके अपना भष्टाचार का पूरा नेटवर्क स्थापित कर रखा है। कुलसचिव तथा विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य इंजीनियर रामनिवास गुप्ता ने मिलकर नियम विरुद्ध तरीके से कार्यपरिषद को धोखे में रखकर विश्वविद्यालय के परिनियम व अध्यादेश का उल्लंघन करते हुए कई भ्रष्टाचार किया तथा लाखों रुपये का घोटाला किया है। शिकायत के बाद उच्च शिक्षा मंत्री ने संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुल सचिव का स्थानांतरण कर दिया है। सरगुजा विश्वविद्यालय के कुल सचिव के पद पर डॉ शारदा प्रसाद त्रिपाठी को उनके स्थान पर पदस्थ किया है। आदेश जारी होने के दूसरे दिन रविवार को छुट्टी होने के बावजूद कुलसचिव यूनिवर्सिटी पहुंचे और अपने केबिन में चले गए इसकी जानकारी मिलते ही पार्षद आलोक दुबे सहित कई अन्य मौके पर पहुंचे। पार्षद के द्वारा कुलसचिव पर फाइलों दस्तावेज मे छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।

आरोपों की जांच के भी आदेश
पार्षद आलोक दुबे ने 14 बिंदुओं की की उच्च स्तरीय जांच भी कराए जाने की मांग भी शिकायत पत्र में की थी। उच्च शिक्षा मंत्री के द्वारा कुल सचिव के स्थानांतरण किए जाने के साथ-साथ उनके कार्यकाल के दौरान लगाए गए आरोपों की जांच के भी आदेश दिए गए हैं।

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